संभल: सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार कह रहे हैं कि प्रदेश में किसी भी मुगल आक्रांता के नाम पर कोई भी आयोजन नहीं किया जाएगा, जिसने बाहर से आकर हमारे देश के मंदिरों को लूटा है, मंदिरों को क्षतिग्रस्त किया है और हिंदुओं का कत्लेआम किया है, उसके नाम पर कोई भी आयोजन या उत्सव यूपी में नहीं होने देंगे. साथ ही इस तरह के आयोजन देश के किसी भी राज्य में भी नहीं होने चाहिए. इसी कड़ी में संभल में प्रशासन ने खेतापुर में इस बार नेजा मेले के आयोजन की अनुमति नहीं दी है. तो वहीं, दरगाह के सज्जादानशीन शद्दन शेख ने भी रमजान का हवाला देते हुए आयोजन न करने की घोषणा कर दी है.
संभल के बहजोई कोतवाली क्षेत्र के गांव खेतापुर में इस बार नेजा मेले का आयोजन नहीं होगा. जिला प्रशासन ने इस बार यहां लगने वाले नेजा मेले की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है. इस बार 25 मार्च को खेतापुर में भी सैयद सालार मसूद गाजी की याद में नेजा मेला आयोजित किया जाना था. लेकिन सीएम योगी की बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने गांव खेतापुर में इस बार नेजा मेला लगाने की अनुमति नहीं दी है. प्रशासिक निर्देश को ध्यान में रखते हुए खेतापुर में स्थित दरगाह के सज्जादानशीन शद्दन शेख ने भी कहा है कि वो इस बार नेजा मेले का आयोजन नहीं करेंगे. क्योंकि रमजान चल रहे हैं.
दरअसल, प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अरब देशों से आकर मुगल आक्रांताओं ने हमारे देश पर कई बार हमले किए. हमारे मंदिरों को लूटा और उन्हें क्षतिग्रस्त किया. इतना ही नहीं, उन्होंने देशभर में इस्लाम फैलाने के लिए नर संहार तक किया. लोगों से जबरन इस्लाम कबूल कराया. डर कर जिन लोगों ने इस्लाम स्वीकार किया वो मुस्लिम बन गए और जिन लोगों ने नहीं स्वीकार किया उनके साथ बर्बता कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. ऐसे में उन क्रूर मुगल आक्रांताओं की याद में या उनके नाम पर उत्तर प्रदेश में कोई भी उत्सव या आयोजन नहीं होंगे और न ही देश की किसी भी राज्य में ही होना चाहिए.
बता दें कि सैयद सालार मसूद गाजी की याद में संभल नगर पालिका, शहबाजपुर सूरा नगला और बादल गुंबद के अलावा खेतापुर में नेजा मेले का आयोजन किया जाता रहा है. हालांकि इस बार एएसपी श्रीश्चंद्र ने संभल की धार्मिक नगर नेजा कमेटी के पदाधिकारियों को नेजा मेले का आयोजन कराने की अनुमति देने से साफ इनकार कर दिया है. साथ ही जहां ढाल और झंडा लगाया जाता था, उस स्थान को भी बंद करा दिया है. इसके साथ ही नेजा कमेटी के पांच सदस्यों को पांच-पांच लाख रुपए के मुचलके से पाबंद भी किया है. ये नेजा मेले 25, 26 और 27 मार्च को आयोजित किए जाने थे. शहबाजपुर सूरा नगला और खेतापुर में 25 मार्च को नेजा मेला आयोजित होना था, लेकिन प्रशासन की ओर से शहबाजपुर सूरा नगला के मेले का आयोजन कराने से मना कर दिया था.
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वहीं, अब खेतापुर में भी नेजा मेले का आयोजन नहीं कराने की बात सामने आई है. बताया जा रहा है कि अभी तक प्रशासन से इसकी अनुमति मांगी भी नहीं गई है. संभल, शहबाजपुर सूरा नगला और बादल गुंबद में नेजा मेला लगने थे, लेकिन अब मामले की गंभीरता को देखते हुए इन स्थानों पर पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. आसपास के दुकानदारों से भी पूछताछ की जा रही है. प्रशासन का आदेश है कि अगर इन क्षेत्रों में कोई नई दुकान लगी हुई दिखी, तो उसको तत्काल हटवा दिया जाएगा.