मेरठ; उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में काजी की कुर्सी को लेकर बवाल हो गया. मौलाना कारी शफीकुर्रहमान ने आरोप लगाया है कि उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया है. मौलाना ने कहा कि जो दीनी और शरीयत से वाकिफ नहीं हैं, उनके सिर पर मैं कैसे हाथ रख दूं. उन्होंने बताया कि अधिकारियों की मौजूदगी में तय हुआ था कि मुझे बयान करना है, लेकिन बयान नहीं करने दिया गया. एक तरफ जहां रमजान का पाक महिना चल रहा हैं. वहीं, दूसरी तरफ काजी की कुर्सी को लेकर हाय-तौबा मची हुई है.
लोगों ने किया अभद्र व्यवहार
उन्होंने बताया कि शहर काजी के सिर पर हाथ रखने की बात हो रही है. लोग बहुत ज्यादा अभद्र व्यवहार कर रहे थे. तभी मैंने ये सब करने से मना किया तो उन लोगों ने अभद्रता करना शुरू कर दिया. नायब शहर काजी जैनुर राशिद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि कारी शफीकुर्रहमान ने शहर काजी की पगड़ी बंधवाकर ड्रामा किया है. वह पहले भी शहर काजी बनने के ख्वाहिशमंद थे.उन्होंने प्रो. जैनुस साजिद्दीन की भी मुखालफत की थी.
काजी की कुर्सी को लेकर जमकर हुआ विवाद
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मेरठ में शहर काजी की कुर्सी को लेकर विवाद गहरा गया है. दो अलग-अलग पक्षों द्वारा अपने-अपने काजी घोषित करने के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. प्रो. जैनुस साजिद्दीन सिद्दीकी के इंतकाल के बाद कुछ लोगों ने डॉ. जैनुस सालिकीन सिद्दीकी को शहर काजी की पगड़ी बांधी थी, तो कुछ ने कारी शफीकुर्रहमान को. दोनों के अपने-अपने दावे हैं.
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