बहराइच: सीएम योगी आदित्यनाथ आज जेलि के दौरे पर पहुंचे. उन्होंने नव निर्मित मोतीपुर तहसील भवन का उद्घाटन किया. इसके बाद सीएम ने एक विशाल जनसभा को संबोधित भी किया. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार हर गांव के ग्रामीण को डिजिटल भारत से जोड़ने की योजना पर लगातार काम कर रही है. हम गांव-गांव ऑप्टिकल फाइबर और बैंक की सुविधा देंगे. सैटेलाइट से राजस्व की निगरानी की जाएगी. ताकि कोई भी भूमाफिया किसी भी गरीब ग्रामीण का हक न मार सके.
सीएम योगी औरंगजेब की कब्र को लेकर चल रहे विवाद पर भी अपना संबोधन दिया. उन्होंने कहा- कि मुगल आक्रांताओं का महिमा मंडन कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम किसी भी ऐसे देशद्रोही को स्वीकार नहीं करेंगे, जो भारत के महापुरुषों को अपमानित करता हो. मुगल आक्रांताओं का महिमा मंडन करता हो. बहन-बेटियों की इज्जत पर बुरी निगाह रखता हो. उन्होंने कहा- देश के हर नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए कि वो भारत के महापुरुषों के प्रति सद्भाव रखे.
इस मौके पर सीएम योगी ने विश्व हिंदू परिषद की संभल के नेजा मेले की तरह यूपी के बहराइच में सैयद सालार मसूद गाजी की दरगाह पर लगने वाले जेठ मेले पर प्रतिबंध लगाने की मांग का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि किसी भी मुगल आक्रांता का महिमामंडन करने का मतलब देशद्रोह की नींव को मजबूत करना है. स्वतंत्र भारत किसी ऐसे व्यक्ति को स्वीकार नहीं कर सकता जो देश के महापुरुषों का अपमान करे और उन मुगल आक्रांताओं का गुणगान करे, जिन्होंने भारत की सनातन संस्कृति को गहरी चोट पहुंचाई थी.
वहीं, सीएम योगी ने महाराजा सुहेलदेव के पराक्रम को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारत की सीमाओं को लगभग 150 वर्षों तक सुरक्षित रखा. उस समय किसी भी विदेशी आक्रांता को आक्रमण करने का साहस नहीं हुआ. सीएम योगी ने कहा कि बहराइच की भूमि ऐतिहासिक और साधना की पवित्र धरती है, जिसने विदेशी आक्रांताओं को सबक सिखाया था. इस मौके पर सीएम योगी विपक्ष पर निशाना साधना भी नहीं भूले. विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि पिछली सरकारें सिर्फ घोषणाएं करती रहीं, जबकि उनकी सरकार ने बहराइच की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं.