सीतापुर: देशभर में होली की धूम है. लोगों में त्योहार को लेकर उत्साह का माहौल देखा जा रहा है. इसी क्रम में सीतापुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए फूलों और प्राकृतिक रंगों से होली खेली. रंगोत्सव पर्व का आयोजन सिधौली खंड के सरौरा गांव स्थित ठाकुरद्वारा मंदिर में किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे.
RSS पारंपरिक रूप से मनाता है होली-
विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक होली को बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं, साथ ही सदियों से चली आ रही परंपरा को जीवंत रखने का भी संदेश भी देते हैं. रंगोत्सव पर्व कार्यक्रम में पहुंचने पर अद्भुत दृश्य देखने को मिला. होली फूलों और प्राकृतिक रंगों से खेली गई, इसलिए स्वयंसेवक राष्ट्रभक्ति गीतों को गाते हुए फूलों की पंखुडियों को तैयार कर रहे थे. तय समय पर संघ के सभी कार्यकर्ता और अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए.
स्वयंसेवकों ने ठाकुद्वारा में भगवान के साथ खेली होली-
होली खेलने से पहले संघ की ओऱ से लोगों को ये बताया कि वो समाज से क्या अपेक्षा रखता है? इस पर बौद्धिक तर्क भी दिया. उसके बाद स्वयंसेवकों ने भगवान को पुष्प अर्पित कर मौसमी फलों का भोग लगाया गया. फिर फूलों और प्राकृतिक रंगों की होली खेली. सभी स्वयं सेवकों ने भारत माता और राधा-कृष्ण के जयकारे लगाए, जिससे वहां का माहौल भक्तिमय हो गया. लोगों ने एक दूसरे को अबीर और गुलाल भी लगाया.
बड़े-बुजुर्गों ने लिया होली का आनंद-
इस अवसर पर बड़े और बुजुर्गों ने छोटों को अबीर का तिलक लगाकर आशीर्वाद भी दिया. वहीं, संघ की ओर से अपने शताब्दी वर्ष पर पंच परिवर्तन अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें पर्यावरण संरक्षण भी शामिल है. इस रंगोत्सव कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने पर्यावरण संरक्षण पर भी लोगों को संदेश दिया. सभी ने फूलों और प्राकृतिक रंगों से जमकर होली खेली. साथ ही लोगों से रासायनिक रंगों का प्रयोग न करने की भी अपील की. इस मौके पर स्वयंसेवकों ने बताया कि इस रंगोत्सव कार्यक्रम का उद्देश्य, होली के नाम पर व्यप्त हो रहीं कुरीतियों को दूर कर पारंपरिक होली मनाकर समाज को संदेश देना है.