संभल; बीते 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा भड़क गई थी. जिसमें दो अलग- अलग घटनाओं में कुल 184 लोगों की मौत हुई थी. इस मामले में जिला अदालत में एक याचिका दाखिल की गई थी. जिसमें यह दावा किया गया था कि यह जामा मस्जिद बाबर ने मंदिर तोड़कर बनवाई थी. कोर्ट में मामला जाने के बाद कोर्ट ने सुनवाई के दौरान मस्जिद के सर्वे के आदेश जारी किए, जिसपर हिंसा भड़क गई थी. हिंसा भड़काने के मामले में सपा सांसद का बर्क का नाम आया था.
सांसद को जारी की गई थी नोटिस
संभल उपजिलाधिकारी विनियमित क्षेत्र की ओर से सांसद को नोटिस जारी किया गया था. जिसमें कहा गया था कि सांसद ने बिना अनुमति निर्माण कराया है. जो उत्तर प्रदेश रेगुलेशन ऑफ बिल्डिंग ऑपरेशन एक्ट 1958 का उल्लंघन है. इस मामले में अभी सुनवाई चल रही है.
1.91 करोड़ रुपए का लगाया गया था जुर्माना
वहीं, दूसरी ओर बिजली विभाग ने मीटर बाईपास कर बिजली चोरी के आरोप में सांसद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जिसमें 1.91 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया था. इस जुर्माना मामले में अंतिम सुनवाई सात मार्च को की जानी है. इसके बाद जुर्माने की अंतिम रिपोर्ट तैयार की जाएगी और उसके अनुसार ही वसूली भी होगी.
18 मार्च अंतिम मौका
एसडीएम कोर्ट ने साक्ष्य देने के लिए सांसद को अंतिम मौका दिया है. केस की अगली तारीख 18 मार्च को तय की गई है. सपा सांसद के मकान मामले में एसडीएम ने अंतिम मौका दिया है और अब 18 मार्च को केस की सुनवाई होगी. अगली तारीख या उसके बाद सांसद के खिलाफ कार्रवाई तय समझी जा रही है.
ऐसा क्या हुआ जिसके बाद हुआ था हंगामा
जिला अदालत ने बीते 19 नवंबर को एक आदेश जारी किया था. जारी आदेश में कहा था कि जामा मस्जिद का सर्वे कराया जाए. इस मस्जिद के बारे में हिंदू पक्ष यह दावा कर रहा है कि यह मस्जिद हरिहर मंदिर था. अदालत के आदेश पर 19 नवंबर की शाम को सर्वे का काम हुआ, लेकिन सर्वे में बाधा आने और काम पूरा नहीं होने की वजह से 24 नवंबर को फिर सर्वे कराने का आदेश कोर्ट ने दिया.
कोर्ट ने सर्वे कराने के लिए एक टीम भी गठित की. 24 नवंबर को जब टीम वहां पहुंची, तो सैकड़ों लोग जमा हो गए और हंगामा शुरू हो गया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी. इसी कड़ी में दंगा भड़काने के मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क का नाम आया था. जिसके बाद सपा सांसद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया, और बर्क के खिलाफ जांच के आदेश दिया गए थे. जांच में सांसद जियाउर्रहमान बर्क का घर बिना नक्शा पास किए बनवाया गया था, और बिजली चोरी का भी आरोप लगा था.