अयोध्या; बीते दिन सोमवार को हरियाणा के फरीदाबाद से पकड़े गए संदिग्ध अब्दुल रहमान ने एक बड़ा खुलासा किया है. सुरक्षा एजेंसियां के सूत्रों के मुताबिक, अब्दुल रहमान के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI अयोध्या के राम मंदिर पर हमला करवाने की प्लानिंग कर रही थी. अब्दुल रहमान ISI के संपर्क में था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
ISI की साजिश हुई नाकाम
जानकारी के मुताबिक, आतंकी अब्दुल कई जमात से जुड़ा हुआ है. अब्दुल रहमान फैजाबाद में मटन की दुकान चलता है, और पेश से ऑटो चालक भी है. गौरतलब हो कि राम मंदिर निर्माण के बाद से अयोध्या लगातार आतंकियों के निशाने पर है. हालांकि, अब्दुल को गिरफ्तार करके जांच एजेंसियों ने ISI की बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है.
हैंड ग्रेनेड लेकर आ रहा था अयोध्या
आतंकी अब्दुल रहमान की प्लानिंग थी कि हैंड ग्रेनेड के जरिए अयोध्या राममंदिर पर अटैक कर बड़ी तबाही मचाई जा सके. साजिश के तहत अब्दुल रहमान ने कई बार राम मंदिर की रेकी की, और तमाम जानकारी पाकिस्तान ISI के साथ शेयर की. फैजाबाद से ट्रेन से अब्दुल पहले फरीदाबाद पहुंचा. जिसके बाद अब्दुल रहमान को फिर एक हैंडलर्स ने हैंड ग्रेनेड दिए, जिसे वापस लेकर ट्रेन से अयोध्या जाना था. हालांकि, प्लान सफल होता, उससे पहले सेंट्रल एजेंसियों के इनपुट के आधार पर गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने संदिग्ध आतंकी को दबोच लिया.
खंडहर मकान में छुपाए थे हथियार
बता दें कि अब्दुल रहमान उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर, फैजाबाद का निवासी है, और कथित रूप से एक आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पाली इलाके के खंडहर मकान में हथियारों छुपाए हैं. हथियारों की जानकारी लगते ही तुरंत एटीएस व फरीदाबाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची.
गुजरात एटीएस की टीम बीते रविवार शाम पाली इलाके में पहुंची, जहां उस इलाके में फरीदाबाद पुलिस भी तैनात रही. इस दौरान किसी भी सिविलियन को इलाके में आने-जाने की अनुमति नहीं दी गई. मिली जानकारी के अनुसार, टीम ने लगभग चार घंटे तक खंडहर मकान की गहन जांच की और दो जिंदा हैंड ग्रेनेड बरामद किए.