महाकुंभ नगर; प्रयागराज की पवित्र धरती पर चल रहे महाकुंभ मेले के अंतिम स्नान पर्व को लेकर चारों ओर उत्साह और उमंग का वातावरण है. त्रिवेणी संगम के पवित्र जल में डुबकी लगाने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु लगातार प्रयागराज पहुंच रहे हैं. संगम की ओर जाने वाले हर मार्ग पर श्रद्धालुओं के जत्थे दिखाई दे रहे हैं. वातावरण में थोड़े-थोड़े अंतराल पर ‘हर हर महादेव’ और ‘गंगा मैया की जय’ के नारे गूंज रहे हैं.
स्थानीय मंदिरों में विशेष प्रबंध
श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रशासन ने तीर्थराज के प्राचीन शिवालयों में दर्शन-पूजन का विशेष प्रबंध किया है. श्रीमनकामेश्वर महादेव, ऋणमुक्तेश्वर महादेव, शिवकोटि, गंगोली शिवालय, दशाश्वमेध महादेव, पंचमुखी महादेव, कोटेश्वर महादेव सहित हर शिवालय में बुधवार की सुबह से दर्शन-पूजन आरंभ हो जाएगा. मनकामेश्वर महादेव मंदिर में भोर से लेकर रातभर जप-तप चलेगा.
महाशिवरात्रि को बन रहा दुर्लभ संयोग
महाशिवरात्रि पर्व पर दुर्लभ संयोग बन रहा है. पंडित अवधेश मिश्र शास्त्री के अनुसार फाल्गुन कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि 26 फरवरी की सुबह 9.19 बजे तक है. इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी, जो 27 फरवरी की सुबह 8.08 बजे तक रहेगी. चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि का योग बनता है. उक्त तारीख पर श्रवण नक्षत्र शाम 4.10 तक है. इसके बाद घनिष्ठा नक्षत्र लगेगा. मकर राशि में चंद्रमा और कुंभ राशि के सूर्य, शनि व बुध संचरण करेंगे. यह मिलकर अमृत के समान योग बना रहे हैं.
महाशिवरात्रि पर पूजा करने की विधि
पंडिज जी के अनुसार, शिवलिंग में बेलपत्र के साथ जल अर्पित करने से काम, क्रोध, लोभ, मोह, मत्सर आदि विकारों से मुक्ति मिलती है. शिव भक्तों को शांति और ऐश्वर्य प्रदान करते हैं. महाशिवरात्रि का पर्व इसलिए भी बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है, क्योंकि यह भगवान शिव और पार्वती के पावन मिलन का प्रतीक है. उक्त पर्व पर मांस, मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. मन में किसी के प्रति द्वेष, छल, कपट का भाव नहीं रखना चाहिए.
महाकुंभ में आज से नया ट्रैफिक प्लान
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में नया ट्रैफिक प्लान लागू रहेगा. 25 फरवरी की सुबह 8 बजे से 27 फरवरी की सुबह 8 बजे तक मेला क्षेत्र में प्रशासनिक और चिकित्सीय वाहनों को छोड़कर अन्य सभी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को प्रशासन द्वारा निर्धारित 36 पार्किंग स्थलों पर खड़ा कर सकेंगे. सभी श्रद्धालु निर्धारित पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें. पार्किंग स्थल से स्नान घाटों तक पहुंचने के लिए प्रशासन शटल बस सेवा उपलब्ध कराएगा. किसी भी आपातकालीन स्थिति में यातायात पुलिस, सुरक्षा बलों और चिकित्सा दलों की सहायता ली जा सकती है.
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64 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु कर चुके हैं पवित्र स्नान
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 64 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. आज मंगलवार दोपहर 2 बजे तक 83.53 लाख लोगों ने त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं.
इनपुट: हिन्दुस्थान समाचार