up board exam 2025; यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले दिन 2.72 लाख परीक्षार्थियों ने हिंदी का पेपर छोड़ दिया. वहीं, दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़े गए 14 फर्जी परीक्षार्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा नौ परीक्षार्थी नकल करते हुए पकड़े गए हैं.
प्रयागराज में नौ मार्च से होगी परीक्षा
बता दें कि महाकुंभ में भीड़ व यातायात प्रतिबंधों के मद्देनजर बीते सोमवार को प्रयागराज को छोड़कर बाकी सभी जिलों में यूपी बोर्ड की परीक्षा आयोजित की गई. प्रयागराज में स्थगित परीक्षा नौ मार्च के लिए प्रस्तावित की गई है. पहले दिन सुबह आठ से 11:15 बजे की पाली में हाईस्कूल हिंदी व प्रारंभिक हिंदी और इंटरमीडिएट सैन्य विज्ञान की परीक्षा थी. दूसरी पाली में दोपहर दो से शाम 5:15 बजे तक इंटर हिंदी व सामान्य हिंदी और हाईस्कूल हेल्थकेयर विषय की परीक्षा आयोजित की गई.
यूपी बोर्ड मुख्यालय में स्थापित कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार दोनों पालियों की परीक्षा में पंजीकृत 51,49, 043 परीक्षार्थियों में से 48,76,219 उपस्थित हुए और 2,72,824 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे.
पहली पाली में पंजीकृत 26,36,826 परीक्षार्थियों में से 1,61,964 छात्र-छात्राएं अनुपस्थित रहे और दूसरी पाली में पंजीकृत 25,12,217 परीक्षार्थियों में से 1,10,860 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. पहली पाली में हाईस्कूल की परीक्षा के दौरान फर्रुखाबाद में छह, गाजीपुर में चार, कन्नौज, जौनपुर, फिरोजाबाद व प्रतापगढ़ में एक-एक फर्जी परीक्षार्थियों को दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया.
यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि परीक्षा के दौरान किसी भी जिले में कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई और परीक्षा निष्पक्ष, नकलविहीन व शांतिपूर्ण संपन्न हुई.
नकल पर सख्ती से भी परीक्षा छोड़ने वालों की बढ़ी संख्या
उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद के संरक्षक बृजेश कुमार शर्मा का कहना है कि नकल पर नियंत्रण के लिए शासन के सख्त रुख के कारण भी परीक्षा छोड़ने वालों की संख्या बढ़ी है. हिंदी की परीक्षा छोड़ने का मतलब है कि परीक्षार्थी ने फर्जी रजिस्ट्रेशन कराया होगा या दो जगह से रजिस्ट्रेशन करा लिया होगा, ताकि मौका मिलने पर नकल की जा सके या अपनी जगह किसी दूसरे को परीक्षा में बैठाया जा सके. लेकिन, जब नकल करने या अपनी जगह किसी दूसरे फर्जी परीक्षार्थी को बैठाने पर पकड़े जाने का खतरा बढ़ जाता है तो परीक्षार्थी आमतौर पर परीक्षा छोड़ देते हैं.
प्रवेश पत्र न मिले तो टोल फ्री नंबर पर करें शिकायत
स्कूल की ओर से प्रवेश पत्र नहीं देने पर परेशान छात्र के आत्महत्या करने के बाद यूपी बोर्ड ने परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-5310 एवं 1800-180-5312 जारी किए गए हैं. यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह के अनुसार, हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में सम्मिलित किसी परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र नहीं दिया जा रहा है तो इन नंबरों पर संपर्क करें.
साथ ही विषय, वर्ग एवं जेंडर के त्रुटिपूर्ण अंकन हो जाने के कारण परीक्षा में सम्मिलित होने में विद्यालय या किसी अन्य स्तर से बाधा उत्पन्न की जा रही है या कोई अन्य समस्या आ रही हो तो भी इन्हीं नंबरों पर संपर्क करें।