प्रयागराज: देश-विदेश से श्रद्धालु लगातार भव्य महाकुंभ में पहुंच कर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. ये सिलसिला अभी 26 फरवरी तक चलेगा. श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन और मेला प्रशासन की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए है. लेकिन कुछ लोग अपने वीवर्स बढ़ाने के लिए लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं. ये लोग कुछ व्यूज पाने के लिए सोशल मीडिया पर भ्रामक वीडियो अपलोड कर अफवाह फैला रहे हैं. वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है.
महाकुंभ से संबंधित भ्रामक पोस्ट डालने वाले करीब 11 मामलों में लगभग 137 विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ यूपी पुलिस ने कार्रवाई की है. सोशल मीडिया की उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है. इस दौरान बीते एक महीने के अंदर महाकुंभ को लेकर सोशल मीडीया पर कुछ शरारती तत्वों की ओर से भ्रामक नैरेटिव तैयार करने की बात सामने आई है. ऐसा प्रदेश सरकार की छवि को खराब करने के लिए किया जा रहा है.
हालांकि यूपी पुलिस की ओर से लगातार ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है. 21 फरवरी को की जा रही सोशल मीडिया अकाउंट्स की मॉनिटरिंग के दौरान एक पाकिस्तान के वीडियो को महाकुंभ से जोड़कर भ्रम फैलाने की बात सामने आई थी. इस वीडियो में बताया गया था कि करीब 10 बच्चे और एक व्यक्ति की मौत हो गई.
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वहीं, यूपी पुलिस ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस वीडियो को पोस्ट कर लिखा कि पाकिस्तान में हुई दुर्घटना के वीडियो को भ्रामक रूप से प्रयागराज के महाकुंभ से जोड़कर अफवाह फैलाई गई है. ऐसे महाकुंभ मेला पुलिस की ओऱ से कई सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. वहीं, पुलिस ने आगे लिखा कि कृपया तथ्यों को सत्यापित किए बिना सोशल मीडिया पर अन्य कोई भी भ्रामक पोस्ट न अपलोड करें.