महाकुंभ नगर; केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण आज गुरुवार को प्रयागराज के महाकुंभ पहुंची. यहां पहुंचकर उन्होंने पतित पावनी मां गंगा, यमुना एवं अन्त: सलीला सरस्वती के पावन संगम में आस्था की डुबकी लगाई. जिसके बाद उहोने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज का शीर्वाद लिया. जिसके बाद अक्षयवट एवं सरस्वती कूप का दर्शन पूजन किया.
अक्षयवट का किया पूजन
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी उपस्थित रहे. मंत्री निर्मला सीतारमण ने अक्षयवट की सनातन परंपरा में महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पवित्र स्थल अनंतकाल से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र रहा है.
अक्षयवट, जो अविनाशी और अखंड सनातन चेतना का प्रतीक माना जाता है, अध्यात्मिक ऊर्जा का वह स्रोत है. जहां हर युग में भक्तों ने आत्मिक शांति प्राप्त की है. उन्होंने दर्शन-पूजन कर देशवासियों के कल्याण एवं सुख-समृद्धि की कामना की.
सनातन परंपरा का प्रमाण है महाकुंभ
सरस्वती कूप के दर्शन के दौरान उन्होंने विद्या और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती का स्मरण कर राष्ट्र की बौद्धिक उन्नति की कामना की. इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि प्रयागराज की यह ऐतिहासिक धरोहर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा की गहरी जड़ों का प्रमाण भी है.
इनपुट: हिन्दुस्थान समाचार
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