अमेठी: योगी सरकार में उत्तर प्रदेश की महिलाएं लगातार आत्मनिर्भर बन रही हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं. इसी कड़ी में अमेठी जिले के जगदीशपुर ग्राम पंचायत मलावां ककरहिया में मां दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन के तहत आत्मनिर्भर बनी हैं. दोना-पत्तल का उद्योग लगने के बाद स्थानीय महिलाएं रोजगार से जुड़ीं. इसके बाद उनके जीवन स्तर में भी सुधार हुआ.
मां दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने करीब 1.3 लाख रुपए लगाकर कारोबार शुरू किया था. कारोबार के बढ़ने के बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आमदनी में काफी इजाफा हुआ. इसके बाद इन महिलाओं के जीवन स्तर में भी काफी सुधार हुआ. समूह से जुड़ी महिलाओं ने बताया कि उन्होंने साल 2017 में 20 रुपए जमा करके समूह शुरू किया था. उसके बाद उन्होंने साल 2021 में अपनी जमा राशि 50 रुपए प्रति महिला कर दी थी. वहीं, इसी साल से समूह की महिलाओं ने जमा राशि 100 रुपए तक कर दी.
इसके बाद महिलाओं की आमदनी 36 हजार रुपए सालाना प्रति महिला हो गई. इसके बाद साल 2024 की फरवरी में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने समूह से ही करीब 1 लाख 30 हजार रुपए लेकर दोना-पत्तल का कारोबार शुरू कर दिया. महिलाओं ने इन पैसों से दोना-प्लेट बनाने की मशीन, उपकरण और कच्चा माल खरीदा. उसके बाद से समूह की महिलाएं खाने की प्लेट और दोना बना रही हैं. महिलाओं का समूह मुसाफिरखाना-लखनऊ हाईवे पर गुन्नौर गांव के पास महिलाएं मशीन से दोना-पत्तल मेकिंग मशीन से खाने की प्लेट और दोना बनाने का काम करती हैं.
महिलाएं एक दिन में करीब 4 से 5 हजार दोना और खाने की प्लेट तैयार करती हैं और उसकी बिक्री करती हैं. इस उद्योग की सबसे खास बात ये है कि समूह की महिलाओं द्वारा बनाए जाने वाली प्लेट और पत्तल प्लास्टिक से तैयार नहीं किए जाते, बल्कि कागज से तैयार किए जाते हैं. समूह की महिलाओं का कहना है कि उन्हें पहले काफी समस्याएं हुईं, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. वर्तमान में मां दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह में करीब 11 महिलाएं रोजगार से जुड़ी हैं.