आगरा: भारत के पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन मंगलवार को ताजमहल का दीदार करने आगरा पहुंचे. काफी देर तक ताजमहल की खूबसूरती को देखा. उन्होंने साथ में चल रहे टूरिस्ट गाइड से ताज के इतिहास और उसके वास्तुकला के बारे में जानकारी ली. साथ ही शिखर धवन ने शाहजहां और मुमताज के प्रेम संबंध के बारे में भी जाना. वहीं, गाइड ने शिखर धवन को पूरे ताजमहल का भ्रमण कराया. गाइड ने शिखर धवन को असली और नकली कब्रों के बारे में भी जानकारी दी.
गाइड से शिखर ने ताजमहल बनाने वाले कारीगरों के हाथ कटवाने के सच के बारे में भी पूछा. इस पर गाइड ने धवन से कहा कि कारीगरों के हाथ कटवाने के फिलहाल कोई सबूत नहीं मिले हैं. वहीं, शिखर ने गाइड से ये भी जाना कि ताजमहल को बनाने में कितना पैसा खर्च हुआ, कितना समय लगा और कितने कारीगरों ने अपना योगदान दिया. गाइड ने शिखर धवन को असली और नकली कब्रों के बारे में भी जानकारी दी. गाइड ने धवन को बताया कि वो उर्स के मौके पर खोली जाती हैं.
वहीं, ताजमहल का दीदार करने के बाद धवन ने सोशल मीडिया पर लिखा ताजमहल की सुंदरता अभूतपूर्व है. इसका रख-रखाव बहुत अच्छी तरह से हो रहा है. वहीं, शिखर धवन को वहां देख लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. धवन के साथ सेल्फी लेने के लिए लोगों में होड़ मच गई. मौके पर इकट्ठा हुई भीड़ गब्बर-गब्बर चिल्लाने लगी. हालां कि शिखर धवन ने भी लोगों को निराश नहीं किया. उन्होंने लोगों के साथ सेल्फी ली. साथ ही हाथ हिलाकर अपने पशंसकों का अभिवादन भी किया.
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डायना बेंच को लेकर भी शिखर धवन ने गाइड से सवाल किया. जिस पर गाइड ने उन्हें बताया कि ब्रिटेन की प्रिंसेज डायना साल 1992 में ताजमहल की खूबसूरती गा दीदार करने आई थीं. उस दौरान उन्होंने लाल रंग की ड्रेस में ताजमहल के सामने संगमरमर की बेंच पर अकेले बैठकर तस्वीर खिंचवाई थी. ये तस्वीर पूरी दुनिया में मशहूर हो गई थी. इसके बाद से ये बेंच अब डायना बेंच के नाम से जानी जाती है.