नई दिल्ली: ICC चैंपियंस ट्रॉफी का ये टूर्नामेंट 8 साल बाद होने जा रहा है. हर 4 साल बाद ये टूर्नामेंट आयोजित किया जाता है. इस बार ICC चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट का पहला मुकाबला पाकिस्तान और UAE के बीच 19 फरवरी को खेला जाएगा. भारत साल 2029 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा. हालांकि इसके बाद इस टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा या नहीं, ये बात संदिग्ध रखी गई है.
बता दें कि साल 2029 में ICC चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट के आयोजन के बाद इसे आगे जारी रख पाना आसान नहीं लग रहा है. पिछले 10 सालों में 50 ओवरों के मैचों की लोकप्रियता को टी-20 मौचों और उनकी लोकप्रियता ने काफी कम कर दिया है. इन 10 सालों में टेस्ट के 420 और वनडे के करीब 1,250 मैच खेले गए, लेकिन टी-20 के लगभग 2,668 मैच खेले गए. वहीं, टी-20 की लोकप्रियता की वजह से कई छोटी टीमें भी क्रिकेट खेलने लगीं. ऐसे में 50 ओवर के यानी वनडे मैचों की लोकप्रियता में धीरे-घीरे कमी आने लगी. अब चैंपियंस ट्रॉफी 50 ओवरों का फॉर्मेट है, ऐसे में इसके बंद होने की काफी ज्यादा संभावना हैं.
दरअसल, ICC को चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले साल 2021 और 2023 में खेले गए WTC के 2 फाइनल मैचों में ज्यादा प्रॉफिट नहीं हुआ था. हालांकि हर टूर्नामेंट में ICC को काफी ज्यादा प्रॉफिट होता था. ICC इंडिया और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले मुकाबले में सबसे ज्यादा कमाई करता था. इतना ही नहीं, उस मुकाबले में तो ICC की कमाई के नए रिकॉर्ड भी बनते थे. हालांकि साल 2013 के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली द्विपक्षीय मुकाबले होना बंद हो गए थे. दोनों टीमें सिर्फ मल्टीनेशन टूर्नामेंट में ही आमने- सामने होती थीं.
ICC और BCCI के पूर्व प्रेसिडेंट जगमोहन डालमिया ने नॉकआउट ट्रॉफी के नाम से साल 1998 में टूर्नामेंट शुरू किया था. टूर्नामेंट की मेजबानी बांग्लादेश और केन्या को दी गई थी, जिससे वहां के युवाओं में क्रिकेट को लेकर ज्यादा से ज्यादा जोश पैदा किया जा सके. वहीं, टूर्नामेंट की लोकप्रियता बढ़ने के बाद इसे साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, भारत और वेस्टइंडीज में भी कराया जाने लगा. वहीं, साल 1998 से साल 2006 के बीच ये टूर्नामेंट हर 2 साल में खेला जाने लगा. इसके बाद साल 2009 से ये टूर्नामेंट हर 4 साल पर खेला जा रहा है.