नई दिल्ली: रिटेलर आईवियर कंपनी लेंसकार्ट अपना 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 86.835 करोड़ रुपए का लक्ष्य पूरा करने के लिए IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) लाने की तैयारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक अभी हाल ही में लेंसकार्ट कंपनी के CEO पीयूष बंसल, मुख्य निवेषकों और IPO बैंकर्स के बीच मीटिंग की गई थी. इस दौरान IPO के वैल्यूएशन गहन बातचीत की गई थी. वहीं कंपनी की ओर से बताया जा रहा है कि बाजार और समय देखकर ही IPO लॉन्च करने का फैसला लिया जाएगा.
बता दें कि आईवियर कंपनी लेंसकार्ट ने पिछले साल जून के महीने में करीब 1,700 करोड़ रुपए का फंड जुटाया था. वहीं, इससे पहले भी कंपनी 4.5 बिलियन डॉलर वैल्यूएशन पर पैसा खर्च कर चुकी है. जानकारी के मुताबिक लेंसकार्ट कंपनी महीने तक IPO लाने की तैयारी में है, जिससे मौजूदा कैलेंडर ईयर में कंपनी को स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्ट कराया जा सके. उधर, कुछ लोग कंपनी में अग्रेसिव वैल्यूएशन के पक्ष में हैं, हालांकि बाजार के ताजा हालातों को देखते हुए कंपनी को अपने निवेशकों के लिए IPO के वैल्यूएशन को कम रखना होगा, जिससे उन्हें निवेश करने के बाद उसका लाभ मिल सके.
दरअसल, आईवियर कंपनी लेंसकार्ट की शुरुआत साल 2010 में हुई थी. इसकी शुरुआत पीयूष बंसल, उनके कोलकाता के एक दोस्त और को-फाउंडर सुमित कपाही ने की थी. तीनों का कहना था कि उन्होंने एक ऐसी कंपनी बनाई है जो भारत के लोगों की चश्मा न पहनने की आदत को बदल सके. इसके लिए तीनों ने लेंसकार्ट पर फोकस किया. इसके बाद राजस्थान के भिवाड़ी में पहली ऑटोमेटिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट शुरू की. हालांकि वर्तमान में दिल्ली, गुरुग्राम के अलावा चीन के झेंगझोऊ में भी इसकी यूनिट हैं। कंपनी 1600 करोड़ रुपए की लागत से एक नया प्लांट बेंगलुरु में लगाने जा रही है। अगले 18 महीनों में इसमें प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा।
ये भी पढ़ें- अयोध्या पहुंचे कांग्रेस नेता अभिषेक सिंघवी, रामलला के दर्शन कर की पूजा-अर्चना
आम लोगों के लिए जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स जारी करती है तो उसे ही IPO यानी (इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग) कहते हैं. जब अपना कारोबार बढ़ाने के लिए कंपनी को पैसों की आवश्यक्ता पड़ती है तो कंपनी बाजार से कर्ज न लेकर अपने कुछ शेयर लोगों को बेंचती है और इन शेयरों से पैसा जुटाती है. इसी लिए कंपनी IPO लाती है.