भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग कर इतिहास रचा था. उसकी लैंडिंग साइट को अब ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ के नाम से जाना जाता है. इसरो के वैज्ञानिकों ने अपनी नई स्टडी में एक चौकाने वाला खुलासा किया है… उन्होने बताया कि लैडिंग साइट वाले इलाके की उम्र लगभग 3.7 अरब साल आंकी गई है. दिलचस्प बात यह है कि इसी कालखंड में पृथ्वी पर सबसे प्राचीन माइक्रोबियल जीवन विकसित हुआ था. इसरो के फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी (PRL), अहमदाबाद की वैज्ञानिक टीम ने मॉर्फोलॉजिकल और टोपोग्राफिक एनालिसिस कर यह निष्कर्ष निकाला है.भारत अब चंद्रयान-4 मिशन की तैयारी कर रहा है, जिसे 2027 में लॉन्च किया जाएगा.