प्रयागराज; त्रिवेणी संगम से स्नान कर लौट रहे श्रद्धालु अपना अनुभव तस्वीरों और वीडियो के जरिए सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं. श्रद्धालु महाकुंभ की भव्यता व दिव्य अनुभव को बताते हुए जितनी रील बन रही हैं. इन रीलों में ज्यादातर एक ही गाना सुनाई दे रहा है और वह गाना है ‘ये प्रयागराज है’. प्रयागराज की महिमा बताने वाला यह गाना करीब छह वर्ष पहले ही लिखा जा चुका था.
इस भोजपुरी गीतकार ने लिखा है गाना
इन दिनों इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब शॉर्ट हर जगह एक गाना खूब वायरल हो रहा है. यह गाना प्रयागराज की वीडियो और तस्वीरों के साथ वायरल हो रहा है, और यह गाना है कि ‘प्रथम यज्ञ भूखंड धरा पे, आर्य का आगाज है, ये पावन संगम की धरती, ये प्रयागराज है… ये प्रयागराज है…’
बता दें कि इस गाने के लेखक राजेश कुमार पांडेय हैं. वहीं, इस गाने को आलोक कुमार ने गाया है. लेखक राजेश पांडेय भोजपुरी गीतकार भी हैं. यह गाना फिल्म ‘प्रयागराज’ का है. इस फिल्म में रविन्द अकेला कल्लू ने लीड रोल किया है.
सोचा नहीं था इतनी लोकप्रियता मिलेगी
उल्लेखनीय है कि राजेश कुमार पांडेय ने यह गाना करीब छह साल पहले लिखा था. राजेश पांडेय के मुताबिक, जिन दिनों यह गाना लिखा गया, तभी शहर का नाम इलाहबाद से बदलकर प्रयागराज किया गया था. तब भी कुंभ का आयोजन हुआ था. ऐसे में यह ध्यान रखा गया था कि आने वाले समय में यह शहर अपने परिवर्तित नाम प्रयागराज के नाम से लोकप्रिय होगा’. इस गाने की लोकप्रियता पर उनका कहना है कि उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि इस गाने को इस कदर प्यार मिलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि अब जो खुशी महसूस हो रही है, वह बताई नहीं जा सकती.
जानिए पांडेय के बार में
राजेश कुमार पांडेय ने यह गाना प्रयागराज के पौराणिक महत्व एवं महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए लिखा था. राजेश पांडेय मूल रूप से बिहार के छपरा से ताल्लुक रखते हैं. शुरुआती पढ़ाई गांव से पूरी की और फिर कोलकाता से स्नातक की पढ़ाई पूरी की. इनकी शुरुआत से ही लेखन में रुचि रही. कुछ दिनों तक इन्होंने एक प्राइवेट नौकरी की. जिसके बाद मुंबई चले गए. वे करीब 15 साल से भोजपुरी इंडस्ट्री में सक्रिय हैं. वे सिर्फ गाने ही नहीं लिखते, बल्कि फिल्मों की स्क्रिप्ट और डायलॉग भी लिखते हैं.
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