पीएम मोदी अपने फ्रांस दौरे के अंतिम दिन बुधवार को चर्चित शहर मार्सेली पहुंचे. यहां उन्होंने स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर को याद किया. दरअसल, फ्रांस का मार्सेली शहर वीर सावरकर से जुड़े इतिहास को खुद में सेमेटे है. वीर सावरकर ने यहीं से साहसिक पलायन का प्रयास किया था.
Landed in Marseille. In India’s quest for freedom, this city holds special significance. It was here that the great Veer Savarkar attempted a courageous escape. I also want to thank the people of Marseille and the French activists of that time who demanded that he not be handed…
— Narendra Modi (@narendramodi) February 11, 2025
मार्सेली और वीर सावरकर का कनेक्शन साल 1910 से है. सावरकरजी को ब्रिटिश सरकार राजनैतिक कैदी के रूप लंदन से भारत ले जा रही थी इस दौरान 8 जुलाई साल 1910 को एसएस मोरिया जहाज फ्रांस के मार्सेली बंदरगाह पहुंचा. सावरकरजी ने यहीं भागने की योजना बनाई. वह फ्रांस में शरण लेना चाहते थे. ताकि देश को आजाद कराने के लिए फ्रांस की मदद ली जा सके.
यह भी पढ़ें; पेरिस: एआई एक्शन समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने लिया भाग, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस पीएम के बगल में बैठे आए नजर
वीर सावरकर जी ने जहाज से उतरने के लिए एक पोर्टहोल का सहारा लिया. वह अपने अभियान में सफल भी रहे. जहाज से बाहर निकलकर वह तैरते-तैरते तट के पास पहुंच रहे थे. लेकिन तभी फ्रांस के अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और ब्रिटिश हुकूमत को सौंप दिया. हालांकि इस दौरान फ्रांस ने वीर सावरकर का बचाव किया था. फ्रांसीसी सरकार ने कहा था कि वीर सावरकर की वापसी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है. इसी का जिक्र पीएम मोदी ने अपनी एक्स पोस्ट में किया है.