प्रयागराज: महाकुंभ में ‘माघ पूर्णिमा’ स्नान पर्व की पुण्य बेला पर पतित पावनी मां गंगा, यमुना एवं अंत: सलिला सरस्वती के पावन संगम में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. आज बुधवार की तड़के से 10 बजे तक 1.30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया. वहीं, स्नान कर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जल पुलिस, गोताखोर, एनडीआरएफ एवं पुलिस के जवान लगातार सुरक्षा व्यवस्था में लगे हुए हैं.
1.30 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
अपर मेलाधिकारी महाकुंभ विवेक चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकुंभ के चौथे महत्वपूर्ण स्नान पर्व ‘माघी पूर्णिमा’ पर त्रिवेणी संगम में लगातार श्रद्धालु पवित्र स्नान कर रहे हैं. आज बुधवार सुबह 10 बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासी एवं 1.30 करोड़ से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने स्नान किया है. ऐसे पावन अवसर पर पुण्य अर्जित करने के लिए श्रद्धालुओं का लगातार रेला उमड़ रहा है.
मेला क्षेत्र में बड़े वाहनों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध
सुरक्षा के मद्देनजर मेला क्षेत्र में सभी बड़े वाहनों पर रोक लगा दी गई है. जिससे श्रद्धालुओं को आने-जाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े. सभी सकुशल स्नान कर आपने गंतव्य तक पहुंच सके. वहीं, संगम के सभी घाटों पर जल पुलिस, एनडीआरएफ, गोताखोर सहित सभी मुस्तैदी से स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं से घाट खाली करने के लिए लगतार अपील कर रहें हैं.
आलाधिकार मेला क्षेत्र में सुरक्षा के मद्देनजर कर रहे निगरानी
महाकुंभ डीआईजी वैभव कृष्ण, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी, मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द, अपर मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी समेत सभी अधिकारी लगातार सुरक्षा को लेकर मेला क्षेत्र में की निगरानी में लगे हुए है. साथ ही आईसीसीसी सेंटर से हर पल की निगरानी की जा रही है.
क्यों मनाई जाती है ‘माघ पूर्णिमा’?
बता दें कि इस दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा कर भक्त पुण्य का फल प्राप्त करते हैं. हिंदू पंचांग अनुसार, इस बार माघ पूर्णिमा का पर्व आज यानी 12 फरवरी को मनाया जा रहा है. सनातन धर्म में ऐसी मान्यता है कि ‘माघ पूर्णिमा’ के दिन जप-तप और दान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.