नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल क्राइम ब्रांच की कई टीमें आप विधायक की खोज में जुटी हैं. अमानतुल्लाह खान के दिल्ली सहित राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई ठिकानों पर पुलिस ने दबिश दी है. सूत्रों का कहना है कि विधायक को हिरासत में लेकर उस पर मकोका कानून के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
पुलिस की अब तक की जांच में अमानतुल्लाह खान की आखिरी लोकेशन मीठापुर में मिली. लेकिन फोन बंद होने के चलते उसे पकड़ने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. पुलिस को इस बात का संदेह है कि आप के कुछ नेता उसकी मदद कर रहे हैं. जिन नेताओं पर संदेह है उन पर भी नजर रखी जा रही है. बीते सोमवार को दिल्ली पुलिस ने अमानतुल्लाह खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. आरोप है कि उसने जामिया नगर में पुलिस टीम हमला करने के लिए लोगों को भड़काया और भी उनकी अगुवाई की.
क्या है पूरा मामला?
बीते सोमवार को दिल्ली पुलिस की टीम जामिया नगर इलाके में एक हत्यारोपी को गिरफ्तार करने पहुंची थी. तभी ओखला विधानसभा क्षेत्र से आप विधायक मानतुल्लाह खान अपने समर्थकों के साथ पुलिस टीम से भिड़ गए. इसका फायदा उठाकर हत्या के मामले में आरोपी शाबाज वहां से भागने में सफल रहा. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मकोका के साथ-साथ पुलिस आप विधायक और उसके समर्थकों पर सरकारी काम में बाधा डालने की भी धारा लगाने की तैयारी कर रही है.
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क्या है मकोका कानून?
महाराष्ट्र में अंडरवर्ल्ड के बढते प्रभाव को देखते हुए सरकार ने 1999 में महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) बनाया था. इस कानून का उदेश्य संगठित व अंडरवर्ल्ड अपराध को समाप्त कर कानून का राज स्थापित करना था. मकोका को 2002 दिल्ली में लागू किया गया था. वर्तमान में यह कानून देश के 2 राज्य दिल्ली और महाराष्ट्र में लागू है.