सुल्तालपुर: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में पहुंचने के लिए कुछ लोग वाहन से पहुंच रहे हैं तो कुछ पैदल ही यात्रा करके पहुच रहे हैं. इसी कड़ी सनातन धर्म में आस्था रखने वाले नेपाल के एक दंपति की यात्रा चर्चा का विषय बनी हुई है. ये दंपति उल्टे पांव पैदल चल कर महाकुंभ में स्नान करने जा रहे हैं. उनके पयागीपुर पहुंचने पर लोगों ने दोनों का भव्य स्वागत भी किया.
बता दें कि दंपति का नाम रूपन दास और पतिरानी है. उन्होंने बताया कि वो नेपाल के बांके जिले के कोहलपुर नगर पालिका के रहने वाले है. उन्होंने महाकुंभ में अमृत स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए अनूठी यात्रा शुरू की है. दंपति ने बताया कि उन्होंने ये यात्रा शुरू करने से पहले अपने गांव के हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की थी, उसके बाद उन्होंने महाकुंभ आने के लिए उल्टे पांव पैदल यात्रा शुरू की थी.
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रूपन दास ने अपनी इस अनोखी यात्रा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने पहले अयोध्या पहुंचकर कर रामलला का दर्शन किया. फिर उसके 13 वें दिन पयागीपुर पहुंचे है. उनकी यात्रा के बारे में जब कुंवर दिनकर प्रताप सिंह नाम के डॉक्टर को जानकारी हुई तो वो अपने एक दोस्त के साथ उनकी सहायता के लिए निकले. उन लोगों ने रास्ते में रोक कर उनके लिए भोजन की व्यवस्था की, लेकिन उन्होंने अमृत स्नान करने के बाद भोजन करने की बात कही. वहीं, उन लोगों के काफी आग्रह करने पर केवल गन्ने का रस ही पिया.
वहीं, रूपनदास ने आगे ये भी बताया कि वो सनातन धर्म में अत्यथिक विश्वास रखते हैं. साथ ही वो इसका प्रचार- प्रसार भी कर रहे हैं. रूपन दास ने अपनी यात्रा के बारे में कहा कि उनकी ये यात्रा जन कल्याण और सनातन धर्म के प्रचार से ही संबंधित है. उनकी ये यात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि आध्यात्मिक चेतना को भी दर्शाती है. उन्होंने कहा कि उनकी ये यात्रा उनकी गहरी आस्था और समर्पण को दर्शाती है.