नई दिल्ली: अब तक दिल्ली के सीएम के तौर पर जिम्मेदारी संभाल रहीं आतिशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वह राजभवन उपराज्यपाल वीके सक्सेना को इस्तीफा देने पहुंची थीं. आतिशी का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद एलजी ने उन्हें सलाह दी. साथ ही कहा उन्हें ‘यमुना मैया का श्राप’ मिला है, जिसकी वजह से उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव हार गई.
सूत्रों के अनुसार, उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी से कहा कि उनकी सरकार ने यमुना नदी के मुद्दे को नजरअंदाज किया गया, जबकि यह जनता से संबंधित महत्वपूर्ण मामला था. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा ने यमुना की सफाई का मुद्दा उठाया था. भाजपा ने आप और अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया था कि उन्होंने यमुना को देश की सबसे प्रदूषित नदी बना दिया है. पीएम मोदी ने दिल्ली की जनता से कहा था कि अगर प्रदेश में उनकी सरकार बनती है, तो वह यमुना को दिल्ली की पहचान बनाएंगे.
वहीं, चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि हरियाणा की भाजपा सरकार यमुना नदी में जहर घोल रही है, जिसके चलते इस नदी का जल प्रदूषित हो रहा है. जिसके बाद हरियाणा सीएम नायह सिंह सैनी ने यमुना के जल से आचमन कर उसे पिया था. साथ ही कहा था कि यमुना उनके लिए मां है, वह ऐसा करने के बारे में भी कभी नहीं सोच सकते.
बता दें कि 8 फरवरी को आए दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है. चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 70 में से 48 सीटें जीती हैं. वहीं आप सिमट कर 22 पर पहुंच गई है. जिसके चलते 27 सालों बाद भाजपा की दिल्ली की सत्ता में वापसी हुई है.
अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया चुनाव हारे
अबकी बार अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया जैसे आप के बड़े नेता विधानसभा चुनाव हार गए हैं. हालांकि, आतिशी कड़े मुकाबले के बाद अपनी कालकाजी विधानसभा सीट बचाने में कामयाब रहीं. उन्होंने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3,521 वोटों से हराया है.