महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक मेला नहीं, बल्कि एक बड़ी सामाजिक और पर्यावरणीय चुनौती है। संगम तट पर अस्थायी शहरों का निर्माण और उन्हें स्वच्छ बनाए रखना किसी बड़े ऑपरेशन से कम नहीं है। यह सुनिश्चित करना कि श्रद्धालुओं को न सिर्फ धार्मिक अनुभव मिले, बल्कि उन्हें साफ-सुथरे वातावरण में रहने की सुविधा भी मिले, ये एक बड़ी जिम्मेदारी है। वहीं, लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के बीच स्वच्छता बनाए रखना एक कठिन कार्य है।