कानपुर; आज शुक्रवार को देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपनी कर्मभूमि कानपुर पहुंचे. वहां पर पहुंच कर उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि सरकार का समय तो पांच साल का होता है लेकिन जनता के लिए साढ़े तीन साल ही निकाल पाती है. यह जनता के हित में नहीं है.
आई हॉस्पिटल का उद्घाटन करने पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज शुक्रवार को कानपुर शहर के स्वरूप नगर स्थित आरके देवी मेमोरियल ट्रस्ट आई हॉस्पिटल के नये भवन का उद्घाटन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने वन नेशन वन इलेक्शन पर अपनी बात रखी. पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से शिक्षा प्रभावित होती है. प्रशासनिक अमला भी जनता के हितों को सही तरीके से ध्यान मेंं नहीं रख पाता है.
इन्ही सारी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में एक साथ चुनाव की पहल की. जिसको लेकर हाई लेवल कमेटी ने भी सहमति दे दी है. देश में एक साथ चुनाव होने से काफी बदलाव देखने को मिलेंगे और विकास की गति भी तेजी से बढ़ेगी.
1967 तक लोकसभा विधानसभा के चुनाव साथ-साथ हुआ करते थे
पूर्व राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि 1967 तक लोकसभा विधानसभा के चुनाव साथ-साथ हुआ करते थे. कांग्रेस ने अपने हित के लिए राष्ट्रपति शासन लागू किया. इसके बाद 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से इस पर चर्चा की और एक हाई लेवल कमेटी बनाई गई. उस कमेटी ने भी सहमति जताई कि एक देश एक चुनाव होने से काफी बदलाव देश में देखने को मिलेंगे और विकास गति में भी तेजी से बढ़ोतरी होगी.
संयुक्त संसदीय समिति को रिपोर्ट सौंप दी गई है
यहीं नहीं चुनाव आयोग और नीति आयोग ने भी अपनी-अपनी रिपोर्ट सौंपी है. सभी ने एक देश एक चुनाव का पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग चुनाव होने से देश को आर्थिक नुकसान तो होता ही है, साथ ही पूरी सरकारी मशीनरी का भी नुकसान होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि संयुक्त संसदीय समिति को रिपोर्ट सौंप दी गई है और देश में एक साथ चुनाव कब होंगे, इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है.