नई दिल्ली: 5 फरवरी दिन बुधवार को दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान की प्रक्रिया संपन्न हुई. वोटिंग के अब एग्जिट पोल भी सामने आ गए हैं. जिसमें भाजपा की सरकार बनती हुई दिख रही है. 2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव कई मायनों में अहम रहा. जो आने वाले कई सालों तक याद किया जाता रहेगा. दरअसल, अबकी बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में मजनू टीला के रहने वाले 150 से अधिक पाकिस्तानी हिंदू प्रवासियों ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इन सभी को CAA के तहत भारत की नागरिकता मिली है.
भारत की नागरिकता प्राप्त करने के बाद दिल्ली में पहली बार मतदान करने वाले पाकिस्तान से प्रताड़ित होकर दिल्ली पहुंचे राधे कृष्ण आडवाणी ने कहा कि आज हमें ऐसा महसूस हो रहा है कि हम भारतीय हैं. 30 वर्षीय राधे कृष्ण आडवाणी ने कहा कि यह मेरे और उन सभी हिंदुओं के लिए ऐतिहासिक पल है, जो पाकिस्तान से पलायन कर दिल्ली में रह रहे हैं.
मीडिया से बात करते हुए राधे कृष्ण आडवाणी ने कहा कि वह 2013 में अपनी मां, पिता, पत्नी और दो बच्चों के साथ भारत आए थे. उन्होंने बताया कि वह और उनका पूरा परिवार मजनू का टीला और आदर्श नगर के शिविरों में रह रहा है. यहां उनके साथ अन्य कई पाकिस्तानी हिंदू परिवार रह रहे हैं, जिन्हें अब भारत की नागरिकता मिल चुकी है, जिसके चलते उन्होंने पहली बार मतदान किया है. राधा कृष्ण ने बताया कि जब वह भारत आए, तो दिल्ली में उन्हें घर जैसा लगा. लेकिन जब उन्होंने पहली बार मतदान किया तो उन्हें भारत का नागरिक होने का पूरा अहसास हो रहा है.
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क्या है नागरिकता (संशोधन) अधिनियम?
नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (CAA) को संसद में 2019 पारित कराया गया था. जिसके तहत भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से पीड़ित होकर भारत आए वहां के अल्पसंख्यक (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई) को भारत की नागरिकता प्रदान करता है. वशर्ते उन्होंने 31 दिसंबर, 2014 को या उससे पहले भारत में प्रवेश किया हो. CAA को भारत सरकार ने 11 मार्च 2024 को लागू किया था. तभी से पड़ोसी देशों से पीड़ित होकर आए वहां के अल्पसंख्यकों को भारत की नागरिकता मिलनी प्रारंभ हुई थी.