लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अवैध वक्फ संपत्तियों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. प्रदेश के 5 प्रमुख जिलों में वक्फ बोर्ड ने बड़ी संख्या में सरकारी संपत्तियों पर दावा किया है. इन जिलों में प्रभू श्रीराम की नगरी अयोध्या, शाहजहांपुर, रामपुर, जौनपुर और बरेली शामिल हैं. जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में इन संपत्तियों का विवरण दिया गया है, जिसे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपा गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के इन पांच जिलों में वक्फ बोर्ड ने 2000 या उससे अधिक सरकारी संपत्तियों पर दावा किया है, जबकि इन संपत्तियों का दर्जा राजस्व रिकॉर्ड में सार्वजनिक उपयोग वाली श्रेणी में आता है.
वक्फ बोर्ड द्वारा दावा की गई सरकारी संपत्तियां
वक्फ बोर्ड को लेकर गठित जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी यानी जेपीसी की रिपोर्ट के अनुसार, वक्फ बोर्ड ने जिन सरकारी संपत्तियों पर दावा किया है, उनमें –
- शाहजहांपुर: 2,589 संपत्तियां, जिनमें से 2,371 सरकारी संपत्तियां हैं
- रामपुर: 3,365 वक्फ संपत्तियां, जिनमें से 2,363 सरकारी संपत्तियां हैं
- अयोध्या: 3,652 संपत्तियां, जिनमें से 2,116 सरकारी संपत्तियां हैं
- जौनपुर: 4,167 संपत्तियां, जिनमें से 2,096 सरकारी संपत्तियां हैं
- बरेली: 3,499 संपत्तियां, जिनमें से 2,000 सरकारी संपत्तियां हैं
इनके अलावा, यूपी के अन्य 21 जिलों में भी वक्फ बोर्ड ने सरकारी संपत्तियों पर दावा किया है. इनमें लखीमपुर खीरी (1,792 संपत्तियां), बुलंदशहर (1,778 संपत्तियां), फतेहपुर (1,610 संपत्तियां), सीतापुर (1,581 संपत्तियां), आजमगढ़ (1,575 संपत्तियां) जैसे जिलों के नाम शामिल हैं. इसके अलावा मुरादाबाद, प्रतापगढ़, आगरा, अलीगढ़, गाजीपुर, मेरठ, संभल, अमरोहा, देवरिया और बिजनौर जैसे जिलों में भी वक्फ का दावा देखा गया है.
तहसील रिकॉर्ड में जिन संपत्तियों का जिक्र नहीं
बता दें, यूपी के 40 जिलों में सैकड़ों संपत्तियों पर वक्फ बोर्ड ने दावा किया है, जिनका नाम तहसील के रिकॉर्ड में नहीं है. इन जिलों में फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, एटा, अयोध्या, आजमगढ़, देवरिया, कानपुर, रायबरेली, गाजियाबाद, बिजनौर समेत कई अन्य जिलों के नाम शामिल हैं.
आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में कुल 57,792 सरकारी संपत्तियां हैं, जिन पर वक्फ बोर्ड ने दावा किया है. इन संपत्तियों का कुल क्षेत्रफल 11,712 एकड़ है. नियमों के तहत इन संपत्तियों को वक्फ (दान) नहीं किया जा सकता है.