रामपुर: सपा नेता आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पुलिस अब 18 साल पहले दर्ज रंगदारी के मामले की पुनः जांच करेगी. ये मामला 2006 का है, जब आजम खान के आदेश पर प्रशासन ने सैंजनी नानकार स्थित पापड़ फैक्ट्री और अन्य कारोबारों को ध्वस्त कर दिया था. पीड़ित जुल्फेकार खान ने आरोप लगाया था कि आजम खान ने उनसे पांच लाख रुपये चंदे के रूप में मांगे थे और न देने पर यह कार्रवाई की गई थी.
2007 में इस मामले में रंगदारी और धमकी की धाराओं में गंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. हालांकि, पुलिस ने मामले में फाइनल रिपोर्ट दाखिल की, जिसे जुल्फेकार खान ने चुनौती दी. उन्होंने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए और जांच की अखंडता को लेकर आपत्ति दर्ज करवाई.
कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद पुलिस की फाइनल रिपोर्ट को खारिज कर दिया और मामले की दोबारा जांच के आदेश दिए हैं. अब इसपर अगली सुनवाई 19 फरवरी को होगी. गौरतलब है कि आजम खान अभी अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्रों से संबंधित मामले में कोर्ट से मिली सजा के बाद सीतापुर जेल में बंद हैं.
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