प्रयागराज: भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक व सीएम योगी आज मंगलवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र पहुंचे. यहां दोनों नेताओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर पूजा-अर्चना की. इसके बाद भूटान नरेश संगम तट पर स्थित प्रसिद्ध लेटे हनुमान मंदिर पहुंचे, यहां उन्होंने हनुमान जी के दर्शन किए और पूजा की. भूटान नरेश ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में बनी डिटिजट गैलरी का भी अवलोकन किया. इस दौरान उनके साथ सीएम योगी भी मौजूद रहे.
प्रयागः सर्वतीर्थेभ्यः प्रभवत्यधिकं विभो।
यत्र गङ्गा महाभागा स देशस्तत्तपोधनम्॥आज तीर्थराज प्रयाग में भूटान के महामहिम नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक जी ने जीवनदायिनी, मोक्षदायिनी माँ गंगा की पूजा-अर्चना की।
जय माँ गंगे! pic.twitter.com/m98HUMY9Bp
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 4, 2025
भूटान नरेश का लखनऊ में हुआ भव्य स्वागत
इससे पहले आज मंगलवार की सुबह भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक लखनऊ हवाई अड्डे पर उतरे थे. यहां सीएम योगी ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया था. इसके बाद दोनों नेता विमान में सवार होकर प्रयागराज रवाना हुए थे. लखनऊ पहुंचने पर राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का पारंपरिक संगीत और नृत्य के साथ जोरदार स्वागत किया था.
महाकुंभ के महत्व पर चर्चा
भूटान नरेश की इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य महाकुंभ मेले और भारतीय संस्कृति, परंपरा व धार्मिक विश्वासों को सम्मानित करना है. त्रिवेणी संगम, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियां मिलती हैं, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है.
यह भी पढ़ें: महाकुंभ; त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे भूटान नरेश, सीएम योगी भी साथ में रहेंगे मौजूद
भारत-भूटान संबंधों को प्रगाढ़ बनाने का प्रयास
भूटान नरेश की यह यात्रा भारत और भूटान के बीच घनिष्ठ सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. भूटान नरेश की इस यात्रा से यह भी सिद्ध होता है कि दोनों देशों के बीच पारंपरिक संबंधों का गहरा इतिहास है, जो आज भी जीवित है. धार्मिक दृष्टिकोण के साथ-साथ यह यात्रा राजनीतिक रूप से भी काफी अहम मानी जा रही है.