लखनऊ; उत्तर प्रदेश की राजधानी के नगर निगम मुख्यालय पर आज सोमवार को सैकड़ों की संख्या में सफाई कर्मियों ने जमकर हंगामा किया. कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय में झाड़ू लेकर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों का आरोप है कि, सफाई का टेंडर निजी कंपनी को दिया गया है, जबकि वो उम्मीद लगाए हुए थे कि वर्षों से काम कर रहे कमर्चारियों को नगर निगम नियमति करेगा, लेकिन अब इसे निजी हाथों में देकर हमारी उम्मीद तोड़ी जा रही है. कर्मचारियों ने कूड़े का उठान बंद कर दिया है.
सफाई कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष बाबू भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि आज सोमवार को शहर के सभी सफाई कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय और जोन कार्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि, करीब दस वर्षों से सैकड़ों युवक और महिलाएं शहर का कूड़ा उठा थे. इस उम्मीद से कि कभी नगर निगम उन्हें नियमित करेगा. अब भ्रष्ट अधिकारी सफाई का काम निजी हाथों में देकर हमसे धोखा कर रहे हैं. ऐसे में जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती तब तक सभी आठ जोन में कूड़ा उठान का कार्य नहीं किया जाएगा.
वहीं, नगर निगम में तैनात कर्मचारियों पर अतिरिक्त काम का बोझ होने पर कर्मचारी संगठन लामबंद हो रहे हैं. नगर निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष आनंद वर्मा ने बताया कि, उत्तर प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्मचारियों को क्षमता से अधिक कार्य करना पड़ रहा है.
बढ़ी हुई आबादी और बढ़े हुए कार्य क्षेत्र के अनुरूप सरकार निरन्तर वसूली लक्ष्य को बढ़ रही है. साथ ही साथ निकायों को यह भी निर्देश दिया जा रहा है कि अतिरिक्त आने वाले व्यय भार को निकाय अपने आय के श्रोत से वहन करें.