अयोध्या; रामनगरी में प्रयागराज महाकुंभ के श्रद्धालुओं के पलट प्रवाह का क्रम लगातार जारी है. रामलला के दरबार में रोजाना ढाई से तीन लाख श्रद्धालु दर्शन-पूजन कर रहे हैं. अधिक से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकें इसलिए मंदिर रोजाना 18 घंटे खोला जा रहा है. सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक मंदिर खुला रहने के चलते राम मंदिर निर्माण का कार्य भी प्रभावित हो रहा है. बढ़ रही भीड़ के कारण कई कार्य रोक दिए गए हैं.
मंदिर निर्माण का कार्य हो रहा प्रभावित
बता दें कि मंदिर के द्वितीय तल समेत शिखर पर निर्माण कार्य संचालित है. साथ ही परिसर में सप्त मंडपम व शेषावतार मंदिर का भी निर्माण हो रहा है. लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ होने के चलते शिखर व दूसरे तल का काम प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा परकोटा व मंदिर के प्लिंथ पर भित्तिचित्र के निर्माण का कार्य की गति भी बीते दिनों से धीमी हो गई है. परिसर में हरियाली विकसित करने का काम फिलहाल रोक दिया गया है. साथ ही दर्शन मार्ग से सटे तीर्थयात्री सुविधा केंद्र में चल रहे निर्माण कार्य को भी रोका गया है.
राम दरबार में आस्था की कतार लगी हुई है
इसी मार्ग से श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं. जबकि, श्रद्धालुओं को परकोटा के बगल से होते हुए गेट नंबर तीन की ओर निकाला जा रहा है. ऐसे में गेट नंबर तीन की ओर हो रहे काम को भी रोक दिया गया है. राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि रामलला के दरबार में आस्था की कतार लगी हुई है. निश्चित रूप से निर्माण कार्य की गति प्रभावित हुई है. श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक दर्शन कराने के लिए कुछ निर्माण कार्य रोके गए हैं.
रामनगरी में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
रामनगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ रहा है. बीते 10 दिनों के भीतर 10 लाख से अधिक श्रद्धालु रामनगरी पहुंच चुके हैं.अयोध्या में भीड़ नियंत्रण के लिए किए गए डायवर्जन के चलते श्रद्धालुओं को पांच से 10 किमी तक पैदल भी चलना पड़ रहा है. लेकिन, दुश्वारियों पर आस्था भारी पड़ रही है. सुबह चार बजे से ही सरयू तट से लेकर मठ-मंदिरों तक आस्था की धार प्रवाहित होने लगती है.दर्शन-पूजन का सिलसिला रात 11 बजे तक अविराम चलता रहता है.
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