ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को किन्नर अखाड़ा से निकालने का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. इसी बीच दोनों को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी का साथ मिला है. महंत रवींद्र पुरी ने स्पष्ट किया है कि वह ममता कुलकर्णी और आचार्य महामंलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ खड़े हैं. साथ ही रवींद्र पुरी ने किन्नर अखाड़ा से निकालने वाले अजय दास पर भी हमला बोला है.
रवींद्र पुरी ने कहा कि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को हटाने वाले को कोई नहीं जानता है. सभी अखाड़े आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के साथ हैं. पुरी ने यह भी कहा जो व्यक्ति लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को हटाने की बात कर रहा है, उसे कोई नहीं जानता. मैंने तो पहली बार उनका नाम सुना है. उन्होंने स्पष्ट किया कि बसंत पंचमी के दिन होने वाले अमृत स्नान में जूना अखाड़ा के साथ किन्नर अखाड़ा भी स्नान करेगा.
गौरतलब है कि प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने पट्टाभिषेक कराया था. जिसके बाद उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी मिली थी. उनके महामंडलेश्वर बनाए जाने के बाद से ही विवाद शुरू हो गया था. पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और फिर योग गुरु बाबा रामदेव ने ममता कुलकर्णी को यह पद दिए जाने का विरोध किया था.
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आज शुक्रवार को किन्नर अखाड़ा के संस्थापक ऋषि अजय दास ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को किन्नर अखाड़ा के पद से मुक्त किया जाता है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी जैसी फिल्म अभिनेत्री को बिना किसी धार्मिक परंपरा का पालन किए महामंडलेश्वर की उपाधि दी, जो अखाड़ा के परंपराओं के अनुरूप नहीं है. साथ ही उन्होंने ममता के पट्टाभिषेक पर सवाल उठाए हैं. अजय दास ने कहा था कि बिना सिर मुंडवाए संन्यास की दीक्षा नहीं पूरी हो सकती है. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि ममता कुलकर्णी पर देशद्रोह जैसे गंभीर आरोप लगे हैं.