प्रयागराज: बीती बुधबार की देर रात महाकुंभ मेला क्षेत्र में मची भगदड़ से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वहीं, करीब 60 लोग घायल हुए हैं. जिसके बाद प्रशासन ने सुरक्षा को और व्यापक और विस्तृत कर दिया है. लखनऊ से अनुभवी अफसरों को प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र भेजा जा रहा है. हालांकि, भगदड़ की घटना का कोई खास असर नहीं दिखाई दिया. गुरुवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला क्षेत्र पहुंच रहे हैं, मेला प्रशासन का कहना है कि मौनी अमावस्या के दिन संगम में 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई.
महाकुम्भ-2025, प्रयागराज में हुई घटना अत्यंत दु:खद है, मर्माहत करने वाली है।
मृतकों को विनम्र श्रद्धांजलि व मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं… pic.twitter.com/IuJ8Sz2GTh
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 29, 2025
पीड़ित परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता
घटना पर दुख प्रगट करते हुए सीएम योगी ने कहा कि दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. साथ ही न्यायिक आयोग का गठन कर पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जाएगी. जिसके बाद जिम्मेदारी तय होगी. इस दौरान सीएम योगी भावुक नजर आए.
जौनपुर की 2 और मीरजापुर की 1 महिला की मौत
प्रयागराज भगदड़ में जौनपुर के मड़ियाहू तहसील के ईटाये बाजार से आईं दो महिला श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हुई है. मृतक महिलाओं की पहचान इटाएं बाजार निवासी धर्मराज राजभर की पत्नी रामपति देवी और पंकज राजभर की पत्नी रीता देवी के रूप में हुई है.
वहीं, मीरजापुर जिले के चुनार कोतवाली क्षेत्र के नुआंव गांव की रीना यादव (56) पत्नी रामकेश यादव की भी भगदड़ में जान चली गई है. नुआंव निवासी रामकेश यादव एयरफोर्स से जेडब्ल्यूओ पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. वह पिछले 15 वर्षों से प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकमीरा पट्टी में रहते हैं.
गोरखपुर के 4 लोगों की मौत
बुधवार को मची भगदड़ में गोरखपुर महाकुंभ: ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कुछ मिनटों में घटना स्थल तक पहुंची 50 एंबुलेंस, घायलों को मिला त्वरित उपचारके 4 लोगों की मौत हुई है. हालांकि जिला प्रशासन ने अभी तक आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं की है. मृतकों में पन्ने निषाद (58), नगीना देवी (61), वशिष्ठ मुनि पांडे (60) और प्रभु नाथ गुप्ता (59) शामिल हैं.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और रेलवे तथा परिवहन निगम से समन्वय स्थापित कर ट्रेनों और बसों का पर्याप्त संचालन किया जाए. प्रदेश सरकार ने अन्य प्रमुख नगरों जैसे वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट और मिर्जापुर में भी सुरक्षा उपायों को और कड़ा करने के निर्देश दिए हैं, जहां भीड़ बढ़ने की संभावना है.
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महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. वहीं, संगम में डुबकी लगाने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है.