प्रयागराज: महाकुंभ मेला के दौरान संगम नोज पर मंगलवार रात करीब 2 बजे मची भगदड़ में 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. जबकि कई घायल हो गए हैं. इस हादसे के बाद अखाड़ों ने अमृत स्नान को रद्द कर दिया है. संत समाज ने इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया और इस घटना का जिम्मेदार मेला प्रशासन को ठहराया है. अब, अमृत स्नान के बजाय साधु-संत साधारण स्नान करेंगे.
हादसा रात 1.30 से 2.00 बजे हुआ
मौनी अमावस्या के दिन, लाखों श्रद्धालु संगम में स्नान करने के लिए पहुंच रहे थे. मंगलवार रात 1.30 से 2.00 बजे के बीच अचानक भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग जमीन पर गिर गए और कुछ का दम घुटने से मौत हो गई.
अखाड़ा परिषद का निर्णय
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने शाही स्नान को रद्द कर दिया. संत समाज ने श्रद्धालुओं से संयम बरतने की अपील की और कहा कि वे अपने पास के घाटों पर स्नान करें.
तीन संन्यासी अखाड़ों ने दूरी बनाई
श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़ा, श्रीपंच दशनाम आवाहन अखाड़ा और श्रीपंच अग्नि अखाड़ा ने इस बार स्नान से दूरी बना ली है. बाकी अखाड़े साधारण स्नान करेंगे.
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साधारण स्नान करेंगे ये अखाड़े
श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, श्रीशंभू पंचायती अटल अखाड़ा, श्रीतपोनिधि पंचायती श्रीनिरंजनी अखाड़ा, और कई अन्य अखाड़ों के साधु-संत साधारण स्नान करेंगे. मेला प्रशासन इस स्नान की तैयारी कर रहा है.