प्रयागराज; महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. संगमनगरी की सारी सड़कें श्रद्धालुओं से जाम हो चुकी हैं. सभी आश्रय स्थल, होटल भर चुके हैं. पूरा संगम क्षेत्र अट-पट सा गया है. ड्रोन की तस्वीरों के माध्यम से देखा जा सकता है कि संगम नोज पर तिल रखने की जगह नहीं बची है. भीड़ को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन–पूजन बंद कर दिया गया है. वहीं, कल बुधवार यानी 29 जनवरी को दूसरे अमृत स्नान मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की संभावना जताई जा रही है.
मेला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार मौनी अमास्या के एक दिन पहले यानी आज मंगलवार दोपहर 12 बजे तक 10 लाख कल्पवासी तथा 1.78 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं. वहीं, मकर संक्राति से लेकर 27 जनवरी तक 14.76 करोड़ श्रद्धालु आस्था की संगम में डुबकी लगा चुके हैं. मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित कर सुविधा पूर्वक स्नान के लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण अपने पूर्व नियोजित प्लान पर ही कार्य कर रहा है.
मेला क्षेत्र बना नो व्हीकल जोन
मेला प्रशासन व कुंभ पुलिस ने अमृत स्नान पर्व को देखते हुए व्यापक तैयारियां पुरी की हैं. पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है संगम तटों पर बैरिकेडिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे. श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए हर सेक्टर और जोन में विशेष व्यवस्था की गई है. इस दौरान किसी भी तरह का प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा.
आईसीसीसी भीड़ प्रबंधन के लिए सक्रिय
स्नान के लिए संगम नोज पर अत्यधिक भीड़ जमा न हो, इसके लिए आईसीसीसी “इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर” मॉनिटरिंग कर रहा हैं. भीड़ वाले इलाकों में त्वरित कार्यवाही के लिए विशेष दल तैनात हैं. प्रमुख मार्गों पर खास निगरानी की जा रही है. साथ ही, अराजक और संदिग्ध लोगों पर भी नजर रखी जा रही है.
पार्किंग की हैं विशेष व्यवस्था
सभी पार्किंग क्षेत्रों को सक्रिय कर दिया गया है, जहां श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं भी मिल रहीं हैं. ट्रैफिक प्लान के अनुसार पहले सबसे पास की पार्किंग में वाहन पार्क कराए जा रहे और इसके बाद दूसरी पार्किंग को उपयोग में किया जा रहा हैं. सभी क्षेत्र में 2000 से अधिक नए साइनेज लगाए गए हैं ताकि लोग सही दिशा में आसानी से जा सकें.