प्रयागराज: जिले में आयोजित हो रहे महाकुंभ 2025 में आज संत समाज अपनी आवाज बुलंद करेगा. इसको लेकर मेला क्षेत्र के सेक्टर 17 में धर्म संसद का आयोजन हो रहा है. धर्म संसद के आयोजन को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. इस धर्म संसद में देशभर से आए संत, महामंडलेश्वर, आचार्य और अखाड़ों के प्रमुख संत समाज से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिनमें दो प्रमुख मुद्दों पर विचार विमर्श की संभावना है.
किसने बुलाई धर्म संसद?
धर्म संसद का आयोजन कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर के प्रयासों से हो रही है. यह धर्म संसद महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 17 स्थित पंडाल में हो होगी. इसमें देशभर के प्रमुख संत पीठाधीश्वर और महामंडलेश्वर भाग लेंगे. इसके साथ ही, देशभर के 200 प्रमुख मंदिरों के प्रतिनिधि भी इस धर्म संसद में शामिल हो रहे हैं.
धर्म संसद में चर्चा के मुद्दे
धर्म संसद में दो अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है. पहला मुद्दा है देश में सनातन बोर्ड का गठन, जिससे हिंदू धर्म के विभिन्न मुद्दों पर एक सशक्त और संगठित आवाज उठाई जा सके. दूसरा महत्वपूर्ण मुद्दा वक्फ बोर्ड का समाप्ति है, जिस पर संत समाज आपने विचार रखेगा. यदि संत समाज इन मुद्दों पर एकमत होता है, तो इन मुद्दों को सरकार के समक्ष उठाने की संभावना है.
संत समाज बुलंद करेगा आवाज
महाकुंभ में आयोजित धर्म संसद हिंदू समाज के अधिकारों की रक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. संत समाज का उद्देश्य समाज में एकजुटता और धार्मिक शांति का संदेश देना है. इसके साथ ही, वह अपने मुद्दों को सरकार और समाज के सामने लाने का भी प्रयास करेंगे.