बस्तर में हमेशा से ही धर्मआंतरण के मामले सामने आते रहे है… ईसाइयों के द्वारा बार-बार बस्तर के पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में जबरन शव दफनाने का षड्यंत्र भी चल रहा है… यहां का ईसाई रिलीजन मानने वाला एक व्यक्ति अपने पिता के शव को गांव के सनातनी जनजातियों के कब्रिस्तान में ही दफनाने के जिद पर अड़ा हुआ है… जिसका ग्रामीण विरोध कर रहे हैं… यह मामला हाई कोर्ट के द्वारा खारिज हो चुका है लेकिन सुप्रीम कोर्ट जाकर इस विषय को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बनाने की कोशिश की जा रही है… बस्तर एसे मामले हमेशा से ही सामने आते रहे हैं जो कहीं ना कहीं बस्तर के लिए एक बड़ा खतरा है…… इस पूरे क्षेत्र में ईसाइयत का विस्तार तेजी से किया जा रहा है, और इसी विस्तार के क्रम में शव दफनाना भी एक बड़ा टूल है…..