भारत में मंदिर न केवल धार्मिक केंद्र होते हैं, बल्कि ये महिलाओं के सशक्तिकरण और आर्थिक अवसरों के लिए भी महत्वपूर्ण स्थल बन चुके हैं। विभिन्न मंदिरों में महिलाएं न केवल धार्मिक कार्यों में भागीदारी करती हैं, बल्कि कई परियोजनाओं के माध्यम से अपने जीवन को संवार रही हैं और समाज में सकारात्मक योगदान दे रही हैं।