प्रयागराज; 13 जनवरी 2025 से 45 दिवसीय महाकुंभ प्रारंभ हो गया है. महाकुंभ मेले का आज बुधवार को तीसरा दिन है. तीसरे दिन भी त्रिवेणी संगम पर श्रद्धालुओं का आना जारी है. कुंभ के बीते 2 दिनों में 5 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई. वहीं, बीते कल मकर संक्रांति के अवसर पर पहले अमृत स्नान पर 3.5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई.
महाकुंभ का प्रथम अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति के बाद अब मेला प्रशासन प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक में जुटेगा. इसी क्रम में आज बुधवार को उच्चाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक भी होगी. कैबिनेट बैठक 21 जनवरी को प्रस्तावित की गई है, जिसमें दारागंज से हेतापट्टी तक एवं करेली से घूरपुर के पास तक गंगा पर पुल निर्माण तथा संगम पर रोपवे की स्वीकृति मिलने की भी उम्मीद की जा रही है. बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पूरी कैबिनेट पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी भी लगाएगी.
इसके साथ ही अब महाकुंभ के मुख्य अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या के आयोजन को लेकर भी तैयारी तेज होगी. यह स्नान पर्व 29 जनवरी को है. इस स्नान पर्व पर लगभग सात से आठ करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसी कड़ी में 27 जनवरी से ही वाहनों को मेला क्षेत्र में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. इसके लिए जिला व मेला पुलिस-प्रशासन की बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अगले हफ्ते में की जाएगी.
तीन दिनों तक छाया रहेगा घना कोहरा
मौसम विभाग ने आज बुधवार को घना कोहरा और गुरुवार को हल्की बारिश का पूर्वानुमान लगाया है, जिससे ठंड बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. महाकुंभ में उमड़े श्रद्धालु बदलते मौसम के बावजूद उत्साह से भरे हुए हैं. भक्ति एवं आस्था का यह माहौल मौसम की कठिनाइयों को भी फीका कर देता है.
मौसम विभाग के अनुसार, 16 जनवरी से ठंडी हवाओं का असर बढ़ेगा, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट हो सकती है. ऐसे में महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ेगी. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय एवं समुद्र अध्ययन केंद्र के प्रमुख प्रो. सुनीत द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि तापमान में अभी और गिरावट की संभावना है. 18 जनवरी तक घना कोहरा की संभावना है. इसके बाद कुछ राहत मिलने की संभावना है.