कानपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बुधवार को कानपुर के बिठूर में आयोजित कॉमनवेल्थ पार्लियामेंटरी एसोसिएशन के सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा और प्राचीन लोकतंत्र है, जिसकी शुरुआत 600 साल पहले वैशाली से हुई थी. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में महिलाओं को 1952 में मताधिकार दिया गया था, जबकि इंग्लैंड सहित कई देशों में महिलाओं को यह अधिकार बाद में मिला.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम लागू होने के बाद महिलाओं की विधायिका में भागीदारी 33 से 50 फीसदी तक पहुंच सकती है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज भी भारत की विधायिका में महिलाओं की भागीदारी प्रगतिशील देशों से अधिक है. उत्तर प्रदेश में 14 से 15 प्रतिशत महिलाएं विधायिका में हैं, जबकि उत्तराखंड में यह आंकड़ा 10 फीसदी से अधिक है.
महिलाओं की भागीदारी और कार्यशीलता पर जोर
मुख्यमंत्री ने महिला विधायकों से कहा कि उनका कार्यकाल महत्व रखता है, न कि उसकी लंबाई. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि एक विधायक के पास साढ़े तीन से छह लाख लोगों का नेतृत्व करने का मौका होता है, जो किसी बड़े सम्मान से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी तब प्रभावी होगी, जब वे समाज से जुड़ी योजनाओं को संवेदनशीलता के साथ लागू करेंगी.
स्थानीय निकायों में महिलाओं की उत्कृष्टता
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 56 फीसदी ब्लॉक प्रमुख और 70 फीसदी जिला पंचायत अध्यक्ष महिलाएं हैं. इसके अलावा, स्थानीय निकाय चुनावों में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व काफी अच्छा है. वे कार्यक्षमता के साथ जिम्मेदारियां निभा रही हैं.
नारी शक्ति वंदन अधिनियम और ग्राम पंचायत की स्वावलंबन दिशा
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 2029 के बाद ग्राम पंचायतों और विधायिका में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. उन्होंने यूपी के ग्राम पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी दी और बताया कि महिला स्वयं सहायता समूहों के जरिए रोजगार के नए अवसर पैदा किए जा रहे हैं.
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संविधान सभा में उत्तर प्रदेश का योगदान
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय संविधान सभा में उत्तर प्रदेश से चार सदस्य थे, जिन्होंने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इनमें कमला चौधरी, सुचेता कृपलानी, बेगम एजाज रसूल, और पूर्णिमा बनर्जी शामिल थीं. इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी, मंत्री बेबीरानी मौर्या, कानपुर महापौर प्रमिला पांडेय व कई विधायक मौजूद रहे.