वाराणसी: काशी के मदनपुरा गोल चबूतरा स्थित पौराणिक सिद्धेश्वर महादेव मंदिर, जो पिछले कई वर्षों से बंद पड़ा हुआ है, में पूजा-पाठ शुरू करने की मांग को लेकर सनातन रक्षक दल के सदस्यों ने सोमवार को गोदौलिया चौराहे पर शंखनाद किया. सनातन रक्षक दल ने कहा इस शंखनाद का उद्देश्य धर्म नगरी काशी में सोए हुए जिला प्रशासन को जगाना था. दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि जिला प्रशासन ने सात दिनों का समय मांगा था, लेकिन अब 23 दिन हो गए हैं और इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई.
मंदिर की स्थिति और प्रशासन की निष्क्रियता पर नाराजगी जताई
प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि जब सनातन धर्मियों को इस मंदिर के बंद होने की जानकारी मिली, तो वे तुरंत वहां पहुंचे और शंखनाद करते हुए मंदिर का ताला खोलने की मांग की. इसके बाद प्रशासन ने कागजातों की जांच करने के लिए हिंदू समाज से समय मांगा था. अभिलेखों की समीक्षा के बाद यह स्पष्ट हुआ कि सिद्धेश्वर महादेव मंदिर हिंदू समाज की सार्वजनिक संपत्ति है, जैसा कि सरकारी दस्तावेजों से भी सिद्ध हुआ है.
अधिकारियों के घरों तक शंखनाद की चेतावनी
सनातन रक्षक दल के प्रदेश अध्यक्ष अजय शर्मा ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मंदिर को नहीं खोला गया, तो सनातन रक्षक दल अधिकारियों के घरों तक जाकर शंखनाद करेगा. उन्होंने कहा कि प्रशासन की निष्क्रियता के खिलाफ उनका आंदोलन और तेज होगा, और वे इस मुद्दे को लेकर अंतिम कदम तक जाएंगे.
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