महाकुंभ नगर: सनातन धर्म से विभिन्न कारणों से मातांतरण कर चुके सैकड़ों लोग अब महाकुंभ क्षेत्र में घर वापसी करेंगे. यह जानकारी आज शनिवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र गिरि महाराज ने दी.
महंत रविंद्र गिरि ने बताया कि ऐसे लोग जो कभी विदेशी आक्रमणकारियों के अत्याचार के भय से या जीवन रक्षा के उद्देश्य से सनातन धर्म छोड़कर अन्य धर्मों को अपनाने पर मजबूर हो गए थे, अब हालात बदलने के बाद पुनः सनातन धर्म में लौटने के लिए तैयार हैं. वह कट्टर धार्मिक विचारों और अत्याचारों से तंग आ चुके हैं.
उन्होंने कहा कि आज भारत में सनातन धर्म को बल मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश में सनातन धर्म को पुनः प्रतिष्ठित किया गया है. इन कार्यों से प्रेरित होकर लोग अब वापस आकर कहते हैं कि ‘राम हमारे प्राण हैं’ और वे अब सनातन धर्म को अपनाना चाहते हैं.
महंत रविंद्र गिरि ने कहा कि हम इन सभी का स्वागत करते हैं और उन्हें सम्मान के साथ सनातन धर्म में पुनः समाहित करेंगे. हम इन्हें पतित पावनी मां गंगा के पवित्र जल में स्नान कराकर सम्मान के साथ घर वापसी कराएंगे. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग इसे धर्मांतरण का नाम दे रहे हैं, वे कट्टरपंथी और सनातन धर्म विरोधी हैं. ये लोग मानवता के खिलाफ काम कर रहे हैं. वह नहीं चाहते हैं कि दुनिया में शांति स्थापित हो.
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उल्लेखनीय है कि महाकुंभ 2025 कई मायनों में अहम होने जा रहा है. इस तरह की घर वापसी से महाकुंभ नगर एक बार फिर सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का केंद्र बनता दिखाई दे रहा है. जहां हजारों लोग अपने पुरखों के धर्म में लौटने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं.