लखनऊ: भारत में बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ बड़ी समस्या बनी हुई है. एक ओर जहां बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, वहीं भारत में बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ कर यहां के लोगों के रोजगार पर कब्जा कर रहे हैं. इसी बीच लखनऊ नगर निगम की एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि अकेले लखनऊ शहर में करीब दो लाख बांग्लादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं. यह न सिर्फ भारत के संसाधनों पर कब्जा करके बैठे हैं, बल्कि यहां के लोगों का रोजगार भी मार रहे हैं. मेयर सुषमा खर्कवाल ने अब घुसपैठी बांग्लादेशियों के सफाया का बीड़ा उठाया है. उन्होंने कहा कि इन घुसपैठियों को शहर से निकाला जाएगा.
लखनऊ में 7335 अवैध झुग्गियों की हुई पहचान
लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि नगर निगम ने शहर में एक सर्वे कराया है, जिसमें 7,335 अवैध झुग्गियों की पहचान की गई है. इनमें अधिकांश बांग्लादेशी प्रवासी रहते हैं. इन झुग्गियों को तोड़ने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है. उन्होंने कहा कि सभी बांग्लादेशियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
शहर की सुरक्षा पर खतरा
मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि अवैध प्रवासियों के बढ़ते हुए दबाव से न केवल शहर की जनसंख्या बढ़ रही है, बल्कि इससे देश की सुरक्षा को भी खतरा हो सकता है. उन्होंने यह भी कहा कि इन प्रवासियों के पते पर बने आधार कार्ड भी शहर के पटरियों के किनारे मिलते हैं. मेयर ने आरोप लगाया कि कुछ बांग्लादेशी प्रवासी दिन में सफाई का काम करते हैं, जबकि रात में चोरी की घटनाओं में लिप्त होते हैं. नगर निगम ने इस संदर्भ में रिपोर्ट जिला प्रशासन और नगर विकास मंत्री को भेजी है.
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बांग्लादेशियों की पहचान के लिए कमेटी गठित
नगर निगम ने बांग्लादेशियों की पहचान के लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया है. यह कमेटी शहर के विभिन्न जोनों में जाकर अवैध झुग्गियों में रह रहे लोगों की जांच करेगी. कमेटी के सदस्य यह पता लगाएंगे कि ये लोग कब से रह रहे हैं, उन्हें किसने बसाया है. यह जमीन किसकी है. नगर निगम ने पुलिस को सर्वे से प्राप्त जानकारी दी है. ताकि इन प्रवासियों के पहचान पत्रों की जांच की जा सके और अवैध घुसपैठ पर कड़ी कार्रवाई हो.