वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में रविवार की रात एक बड़ा बदलाव हुआ है. मंदिर परिसर में तैनात 104 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है. इस निर्णय को ज्वाइंट सीपी एजिलरसन ने जारी किया है. स्थानांतरण आदेश में दरोगा, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल और महिला कांस्टेबल समेत सभी स्तर के पुलिसकर्मी शामिल हैं. आदेश के बाद ये सभी पुलिसकर्मी ड्यूटी से तुरंत रवाना हो गए हैं, और उनके स्थान पर जल्द ही नए पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे.
हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, इस बदलाव का कारण पुलिसकर्मियों का कार्यकाल पूरा होना बताया जा रहा है. बदलाव को लेकर विभाग में चर्चा तेज हो गई है. अंग्रेजी नए साल 2025 के मौके पर मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था में कुछ और अहम बदलाव किए गए हैं. 1 जनवरी को होने वाली भारी भीड़ को देखते हुए, विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी की व्यवस्था पूरी तरह से बदल दी गई है. इस दिन स्पर्श और सुगम दर्शन बंद कर दिए जाएंगे.
आम दिनों में जहां ढूंढीराज द्वारा और सरस्वती फाटक से प्रवेश और निकासी की व्यवस्था होती थी, वहीं नए साल के दिन इन दोनों गेटों से केवल प्रवेश की व्यवस्था होगी. श्रद्धालुओं को इन गेटों से मंदिर में प्रवेश करने के बाद निकासी के लिए नंदू फरिया गली और कालिका गली का रुख करना होगा.
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45 सुरक्षा प्वाइंट्स पर तैनात होंगे पुलिसकर्मी
नए साल पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मंदिर की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विश्वनाथ मंदिर मार्ग और आसपास के क्षेत्र में कुल 45 सुरक्षा प्वाइंट्स बनाए गए हैं. इन प्वाइंट्स पर पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे, जो न केवल सुरक्षा, बल्कि ट्रैफिक और भीड़ प्रबंधन का भी जिम्मा संभालेंगे. साथ ही, गंगा द्वार पर जिक जैक बैरिकेड्स लगाए जाएंगे, जिससे श्रद्धालुओं की आवाजाही को नियंत्रित किया जा सके. इस प्रकार, नए साल के मौके पर विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को एक नई और सुसंगठित व्यवस्था का अनुभव होगा.