लखनऊ: आज गुरुवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इस दौरान सीएम योगी ने गुरुवाणी सुनी और गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका. मुख्यमंत्री आवास पर समागम का भी आयोजन हुआ, इस दौरान वक्ताओं ने अपने विचार रखे. सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सिख परंपरा अत्यंत समृद्ध और प्रेरणादायक है. सिख गुरुओं ने विपरीत परिस्थितियों में अपनी परंपराओं को बचाने और देश के लिए बलिदान देने का काम किया.
उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं के आदर्शों से हमें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है, अगर हम इन आदर्शों का पालन करें तो काबुल और बांग्लादेश जैसे हालात से बचा जा सकता है. सीएम योगी ने आगे कहा कि सिख पंथ की शुरुआत ही देश और धर्म की रक्षा के लिए हुई. गुरु नानक देव ने बाबर के अत्याचार का विरोध किया, गुरु अर्जुन देव ने लाहौर में अपनी शहादत दी, और गुरु तेग बहादुर ने अपनी जान दे दी, लेकिन भारत का सिर कभी नहीं झुकने दिया.
हिंदू और सिख एक-दूसरे के प्रेरक-सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने अपने बेटों और पिता का बलिदान देखा. लेकिन देश और धर्म के लिए उन्होंने कभी अपनी निष्ठा से समझौता नहीं किया. मुख्यमंत्री ने सिख-हिंदू भाईचारे पर भी बात की और कहा कि ये दोनों समुदाय एक-दूसरे के पूरक हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ शरारती तत्व सिखों और हिंदुओं को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं और युवाओं को ड्रग्स की चपेट में डालने की साजिश कर रहे हैं. हमें ऐसे तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है.
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गुरुद्वारों का सुंदरीकरण जरूरी- सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि यह वर्ष गुरु तेग बहादुर के 350वें बलिदान वर्ष का है और लखनऊ का सौभाग्य है कि गुरु तेग बहादुर जी गुरु गोबिंद सिंह के साथ यहां आए थे. मुख्यमंत्री ने नगर निगम को निर्देश दिया कि ऐतिहासिक गुरुद्वारों का सौंदर्यीकरण किया जाए, इसके लिए विस्तृत योजना बनाई जाए. सरकार की ओर से इसके लिए आवश्यक धनराशि प्रदान की जाएगी.