लखनऊ: लखनऊ पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल का निरीक्षण किया है. इस दौरान पुलिस ने पार्टी कार्यालय के कमरे नंबर 30 को खुलवाया और वहां काम करने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की. पुलिस ने सभी कर्मचारियों के बयान दर्ज किए हैं और अब मामले की जांच के लिए SIT गठित की जाएगी. पुलिस आयुक्त के निर्देश पर DCP सेंट्रल रवीना त्यागी ने SIT का गठन किया, जो मामले की पूरी जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.
पुलिस ने प्रभात पांडे के चाचा, मनीष पांडे से भी पूछताछ की. मनीष ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता कि प्रभात को प्रदर्शन में भाग लेने के लिए कांग्रेस कार्यालय किसने बुलाया था. पुलिस अब प्रभात के मोबाइल फोन का डेटा जांच रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसके कहने पर कांग्रेस कार्यालय गए थे.
इसके साथ ही पुलिस कांग्रेस दफ्तर के कर्मचारियों और कार्यकर्ताओं से भी जानकारी प्राप्त कर रही है. अस्पताल में प्रभात पांडे को ले जाने में हुई देरी के बारे में भी पुलिस जांच कर रही है. सभी CCTV फुटेज की समीक्षा की जा रही है, ताकि घटना के पूरे विवरण का पता लगाया जा सके.
घटना के बाद DCP सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि प्रभात पांडे को गोरखपुर का निवासी बताते हुए कांग्रेस कार्यालय से बेहोशी की हालत में एक गाड़ी में सिविल अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के अनुसार, प्रभात के शरीर पर किसी प्रकार की बाहरी चोट नहीं पाई गई थी.
अजय राय को जारी हुआ है नोटिस
पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत के मामले में नोटिस जारी किया है. अजय राय ने कहा कि उन्हें नोटिस मिल चुका है और वे पूरी तरह से जांच में सहयोग करेंगे. उन्होंने सबूतों से छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज करते हुए पुलिस से आग्रह किया कि वे सरकार के दबाव में काम न करें. पुलिस ने BNS प्रावधानों के तहत जांच में शामिल होने के लि एनोटिस जारी किया है.