लखनऊ: विधानसभा घेराव में आए कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय (31) की मौत के मामले में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. यह कार्रवाई मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय की शिकायत पर की गई है. उन्होंने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज करवाया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है, घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच भी की गई है.
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि मृतक के चाचा की तहरीर पर थाना हुसैनगंज में हत्या का मामला पंजीकृत किया गया है. मनीष कुमार पांडेय के अनुसार, प्रभात पांडेय कांग्रेस दफ्तर में करीब दो घंटे तक बेहोश पड़ा था. इसके बाद उसे इनोवा गाड़ी से सिविल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शव का किया गया अंतिम संस्कार
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया था. जिसके बाद आज गुरुवार को शव का गोरखपुर में अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे. सभी ने ‘प्रभात पांडेय अमर रहें’ के नारे लगाए.
#WATCH | Gorakhpur | Uttar Pradesh Congress Chief Ajay Rai attends the last rites of Congress worker Prabhat Pandey. pic.twitter.com/gr8wrZTYqZ
— ANI (@ANI) December 19, 2024
मृतक के परिजनों का आरोप
मृतक के चाचा ने तहरीर में बताया कि प्रभात पांडेय गोमतीनगर में एक पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था. उन्हें कांग्रेस दफ्तर से फोन आया कि प्रभात दो घंटे से बेहोश पड़ा है. मनीष पांडेय ने इस घटना को संदिग्ध बताया और कहा कि उनके भतीजे के साथ अनहोनी हुई है.
यह भी पढ़ें: अविनाश पाण्डेय ने विधानसभा घेराव से पहले कार्यकर्ताओं में भरा जाेश, बोले- योगी सरकार हम लोगों को रोक नहीं सकती
कांग्रेस मृतक के परिजनों को देगी 10 लाख
इस मामले को लेकर सियासत भी तेज हो गई है. यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने मृतक के परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का एलान किया है. साथ ही उन्होंने यूपी सरकार से एक करोड़ रुपये और एक सरकारी वकील देने की मांग की. अजय राय ने आरोप लगाया कि यह सब दमनकारी सरकार की कार्रवाई का परिणाम है. उन्होंने कहा कि पुलिस की मार से ही प्रभात की मौत हुई.