संभल: यूपी का संभल जिला इन दिनों सुर्खियों में है. पहले हिंसा और अब खग्गू सराय इलाके में मिले प्राचीन मंदिर के कारण संभल में प्रशासन अलर्ट मोड पर है. आज मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम ने 50 साल पुराने नक्शे से जमीनों का सर्वे शुरू कर दिया है. अतिक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह बड़ा निर्णय लिया है.
इस चेकिंग का उद्देश्य पुराने दस्तावेजों के आधार पर भूमि का सत्यापन करना है. खासकर उस इलाके में, जहां हाल ही में एक बंद मंदिर को फिर से खोला गया है. यह इलाका 1978 के बाद से विभिन्न घटनाओं का गवाह बना है, जिसमें बलवा और हिंदू परिवारों का पलायन शामिल है.
50 साल पुराने नक्शे से जांच
राजस्व विभाग के लेखपाल खग्गू सराय क्षेत्र के आसपास के इलाकों में स्थित कब्रिस्तान, ग्राम समाज, आबादी और अन्य स्थलों की स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं. विभाग 1960-61 के राजस्व विभाग के नक्शे से संबंधित जमीनों का मिलान कर रहा है. इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि भूमि पर कोई अवैध कब्जा नहीं हो और जो परिसंपत्तियां पहले निर्धारित थीं, वे अब भी उसी स्थिति में हैं.
हिंदू परिवारों ने किया पलायन
बता दें कि 1978 में संभल में भीषण दंगे हुए थे, जिसमें बड़ी संख्या में हिंदुओं की मौत हुई थी. जिस खग्गू सराय इलाके में मंदिर मिला है, वहां पहले बड़ी संख्या में हिंदुओं के परिवार रहते थे. लेकिन हिंसा और दंगों से परेशान होकर हिंदू परिवार वहां से पलायन कर गए थे. 2006 तक उस इलाके से सभी हिंदू दूसरी जगह शिफ्ट हो गए. जिसके बाद वहां रह रहे लोगों ने अतिक्रमण करना प्रारंभ कर दिया था. इसी की जांच को लेकर सरकार पुराने नक्शे से भूमि का सर्वे करा रही है.