संभल: बीते शविवार को बिजली चेकिंग के दौरान पुलिस टीम को संभल में एक प्राचीन मंदिर मिला था. जिसमें शिवलिंग के साथ हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित थी. 46 सालों से बंद पड़े इस मंदिर में रविवार को रुद्राभिषेक के साथ पूजा-अर्चना प्रारंभ हो गई है. लेकिन इसी बीच सीएम योगी ने मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 1978 में सामूहिक नरसंहार करने के बाद इस मंदिर को बंद कर दिया गया. आखिर 46 सालों बाद भी उन दरिंदों को सजा क्यों नहीं हुई.
#WATCH संभल (यूपी): दशकों बाद संभल में शिव मंदिर फिर से खुला। श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। pic.twitter.com/Cqb6hgoeQd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 15, 2024
सीएम योगी ने कहा कि संविधान में चोरी से सेकुलर शब्द डालने वाले लोग आज मातम मना रहे हैं. उन्होंने कहा कि कल (शनिवार) को संसद में संविधान पर चर्चा हो रही थी, लेकिन मुद्दा संभल का उठ रहा था. 46 साल पहले इन्हीं के शासन के दौरान (कांग्रेस) संभल में एक मंदिर को जबरन बंद किया गया था. आज वो प्राचीन मंदिर फिर से सामने आया है, जिससे उनकी सच्चाई सामने आ गई है. सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ये मंदिर रातों-रात बना था? क्या प्राचीन बजरंगबली की मूर्ति अचानक प्रकट हुई थी? क्या संभल में ज्योतिर्लिंग और आस्था रातों-रात बनी थी?
Lucknow: UP CM Yogi Adityanath says, “…Yesterday, during the Parliament’s discussion on the Constitution, the issue of Sambhal came up. It was during their rule, 46 years ago, that a temple in Sambhal was forcibly closed. Today, that ancient temple has re-emerged, bringing… pic.twitter.com/5b0BDeKzxl
— IANS (@ians_india) December 15, 2024
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सीएम ने आगे कहा कि उन दरिंदों को आज तक सजा क्यों नहीं मिली, जिन्होंने 46 साल पहसे संभल में नरसंहार किया था. आखिर उन निर्दोष लोगों का क्या दोष था. उन्होंने कहा कि जो भी इस सच्चाई को उजागर करेगा, उसको धमकी दी जाएगी. इसीलिए यह लोग महाकुंभ को लेकर दुष्प्रचार करेंगे.