संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने बिजली चोरी और अतिक्रमण पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. शनिवार की सुबह, जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने संयुक्त रूप से नखासा चौराहा इलाके में बिजली चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान मस्जिद और आसपास के कई घरों में बिजली चोरी पकड़ी गई. प्रशासन ने इस पर गंभीर रुख अपनाया है.
संयुक्त कार्रवाई से हड़कंप
डीएम और एसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल के साथ बिजली महकमे ने शनिवार की सुबह-सुबह नखासा चौराहा इलाके में बिजली चोरी की जांच की. कार्रवाई के दौरान, धार्मिक स्थलों सहित कई स्थानों पर अवैध बिजली उपयोग की सूचना मिली. जब प्रशासन की टीम मस्जिद के पास पहुंची, तो वहां 59 पंखे, एक फ्रिज, एक वॉशिंग मशीन और 25-30 लाइट पॉइंट्स पाए गए, जबकि मीटर बंद था और कटिया लगाई गई थी.
डीएम डॉ पेंसिया ने बताया कि हम लाउडस्पीकर की जांच करने आए थे, लेकिन इस दौरान बड़ी संख्या में बिजली चोरी का खुलासा हुआ. हमने 15-20 घरों और धार्मिक स्थलों पर बिजली चोरी पकड़ी.
प्रशासन का कड़ा संदेश
डीएम और एसपी ने फ्लैगमार्च कर असामाजिक तत्वों को प्रशासन की ताकत का अहसास कराया. अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है.
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24 नवंबर को हुए थी हिंसा
संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में हुए सर्वे के बाद हिंसा भड़क उठी थी. जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई थी. इसके बाद से इस मामले पर सियासी बयानबाजी जारी है. बीजेपी, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेता हिंसा और प्रशासन की कार्रवाई पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.