लखनऊ; संभल हिंसा मामले में पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर से कार्रवाई की है. यह कार्रवाई सपा नेताओं को बिना अनुमति के मिलवाने के बाद की गई. डीजी जेल ने मुरादाबाद जेल के जेलर व डिप्टी जेलर के बाद अब जेल अधीक्षक पीपी सिंह को भी निलंबित कर दिया है. डीआईजी की तरफ से की गई जांच में जेल अधीक्षक की की भी भूमिका संदिग्ध मिली थी. जिसके के बाद यह कार्रवाई की गई है.
डीजी जेल पीवी रामाशास्त्री ने मीडिया से बात-चीत के दौरान बताया कि संभल हिंसा के आरोपी मुरादाबाद जेल में बंद हैं. बीते सोमवार को सपा विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह और पूर्व सांसद एसटी हसन समेत कई सपा नेताओं ने आरोपियों से मुलाकात की थी. इन नेताओं ने बिना पर्ची के मुलाकात की. यह जेल के नियमों का उल्लंघन है.
इस मामले में जेलर विक्रम सिंह यादव व डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को पहले ही सस्पेंड कर दिया गया था. जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ DIG जेल से जांच करवाई गई थी. इस मामले में दोषी पाए जाने पर शासन को रिपोर्ट भेजकर कार्रवाई की सिफारिश की गई थी. जिसके बाद शासन के आदेश पर बीते शुक्रवार को जेल अधीक्षक को भी निलंबित कर दिया गया है.
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उल्लेखनीय है कि संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. इसमें 4 लोगों की जान चली गई थी. साथ ही इस घटना में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. इस मामले मे कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इसमें सांसद के अलावा विधायक के बेटे का भी नाम शामिल था.