झांसी: उत्तर प्रदेश के झांसी में बुधवार को एनआईए की टीम ने विदेशी फंडिंग के मामले में छापेमारी की और मौलवी मुफ्ती खालिद को हिरासत में लिया. हालांकि, जब एनआईए की टीम मुफ्ती खालिद से पूछताछ कर रही थी, तो उनके समर्थकों ने हंगामा किया और कुछ महिलाएं उन्हें छुड़ा ले गईं. बाद में एनआईए की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें पुनः हिरासत में ले लिया.
#WATCH | Jhansi, Uttar Pradesh: Locals protest against National Investigation Agency (NIA) officials as they conduct searches at the residence of Mufti Khalid in Jhansi in a case linked to radicalization of individuals associated with Jaish-e-Mohammed, and the dissemination of… https://t.co/HisVFU7yw1 pic.twitter.com/xT28E5cwKM
— ANI (@ANI) December 12, 2024
एनआईए और उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) की संयुक्त टीम ने झांसी के सुपर कॉलोनी इलाके में मुफ्ती खालिद के घर पर छापा मारा. टीम ने मौलवी से 10 घंटे तक पूछताछ की और विदेशी फंडिंग से जुड़े सवाल किए. एनआईए को संदेह है कि मुफ्ती खालिद ने ऑनलाइन मदरसा चलाने के दौरान विदेशों से धन प्राप्त किया है.
संदिग्ध किताबें की जब्त
एनआईए की टीम ने मुफ्ती के घर से कुछ संदिग्ध किताबें, पासपोर्ट, सऊदी अरब का वीजा व अन्य दस्तावेज़ जब्त किए हैं. टीम ने उनके फोन की भी जांच की और उनसे व्हाट्सएप चैट को लेकर पूछताछ की.
रात 2 बजे एनआईए की टीम पहुंची मुफ्ती के घर
मुफ्ती खालिद ने घटना के बारे में मीडिया को जानकरी देते हुए बताया कि एनआईए की टीम रात करीब 2-3 बजे मेरे घर आई. उस वक्त मैं अकेला था, तो मैंने अपने चाचा को बुला लिया. टीम ने मेरे घर की अच्छी तरह से जांच की और कुछ किताबें ले लीं. इसके बाद वे मुझसे किताबों के बारे में जानकारी लेने लगे.
#WATCH | Jhansi | On NIA officials searching his residence, Mufti Khalid says, “Around 2:30-3 in the night, people from NIA Delhi knocked on my door. I did not open out of fear because I was alone and it was late in the night… They checked the entire house thoroughly and they… https://t.co/hTCG50pIct pic.twitter.com/PAWtKyE2HB
— ANI (@ANI) December 12, 2024
मुफ्ती ने आगे बताया कि टीम ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने विदेशों से पैसे ट्रांसफर किए हैं, लेकिन मैंने इसका खंडन किया. मैंने कहा कि मैं एक ऑनलाइन इस्लामिक कोचिंग सेंटर चलाता हूं, जिसमें भारतीय और एनआरआई छात्रों को पढ़ाता हूं. मैंने पिछले 11 साल से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाया है, और मेरी फीस 50 रुपए से 1500 रुपए तक है.
विदेशी फंडिंग का शक
एनआईए को शक है कि मुफ्ती खालिद ने अपने ऑनलाइन मदरसे के माध्यम से विदेशी फंडिंग प्राप्त की है. सूत्रों के अनुसार, उनके खिलाफ विदेशी फंडिंग मामले में पहले से जांच चल रही थी. एनआईए के अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गहनता से जांच करेंगे.
मुफ्ती के समर्थकों ने किया हंगामा
जब एनआईए ने मुफ्ती खालिद को हिरासत में लिया, तो उनके समर्थकों ने विरोध करना शुरू कर दिया और हंगामा किया. कुछ महिलाएं मुफ्ती खालिद को छुड़ाने में सफल भी रही, लेकिन बाद में एनआईए टीम ने उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद इलाके में तनाव पैदा हो गया और भारी पुलिस बल को तैनात किया गया.
दीनी तालीम देता है मुफ्ती
मुफ्ती खालिद अलीगोल इलाके की सुपर कॉलोनी में ऑनलाइन दीनी तालीम देता है. उस पर विदेशी फंडिंग लेने का शक है, एनआईए ने इसी संदर्भ में छापेमारी की थी. खालिद के बारे में जानकारी मिली है कि वह पिछले 11 साल से ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है. उनके द्वारा संचालित किए गए मदरसे को लेकर जांच जारी है.
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सहारनपुर में भी की छापेमारी
एनआईए की टीम ने अब तक मुफ्ती खालिद के साथ-साथ सहारनपुर में भी छापे मारे हैं.सूत्रों के अनुसार, एनआईए का कहना है कि विदेशी फंडिंग और संदिग्ध गतिविधियों के संबंध में सभी पहलुओं की जांच की जाएगी.
मस्जिद से एलान के बाद जुटी भीड़
आरोप है कि जब एनआईए की टीम मौलवी मुफ्ती खालिद के घर पहुंची तो मस्जिद से एलान कर दिया गया. जिसके बाद मुस्लिम समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए. इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया. जब एनआईए की टीम मुफ्ती खालिद को हिरासत में लेकर जा रही थी, तब कुछ महिलाओं ने हंगामा कर उसे छुड़ा गईं. लेकिन बाद में उसे फिर से हिरासत में ले लिया गया.